
सरायकेला: सरायकेला जिले के उरमा स्थित श्री श्री महादेव बाबा पातालेश्वर धाम बेड़ादा मंदिर में श्रावण माह की दूसरी सोमवारी को भक्तों की अपार भीड़ उमड़ने की संभावना है। यह ऐतिहासिक मंदिर एनएच-18 पुरुलिया–टाटा मुख्य मार्ग पर स्थित है, जहां स्थित शिवलिंग लगभग तीन फीट लंबा है। अपनी आस्था और मान्यताओं के लिए यह स्थान वर्षों से श्रद्धालुओं का केन्द्र बना हुआ है।
इस मंदिर की विशेष परंपरा यह है कि मार्ग से गुजरने वाले लगभग सभी वाहन यहाँ कुछ क्षणों के लिए रुकते हैं और बाबा के चरणों में नमन कर आगे बढ़ते हैं। स्थानीय जनविश्वास है कि जो व्यक्ति इस परंपरा की अनदेखी करता है, उसे दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है। इस मान्यता के चलते श्रद्धा से परिपूर्ण यह परंपरा आज भी जीवित है।
श्रावण के इस पावन मास में झारखंड, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के विभिन्न कोनों से शिवभक्त बोल बम कावड़िये मंदिर पहुंचते हैं। वे चांडिल की सुवर्णरेखा नदी व पुरुलिया की काशाई नदी सहित अन्य जलस्रोतों से जल भरकर पातालेश्वर बाबा को अर्पित करते हैं।
भीड़ की संभावित वृद्धि को देखते हुए मंदिर समिति और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर आवश्यक तैयारी पूरी कर ली है। यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधा, जलापूर्ति और स्वच्छता सहित कई प्रबंध किए गए हैं ताकि भक्त निर्बाध रूप से दर्शन कर सकें।
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