
रांची: झारखंड में रेलवे का विकास ब्रिटिश शासनकाल में शुरू हुआ था, जब राज्य में पहली बार रेलमार्ग की लाइनें बिछाई गईं. उस समय का रेलवे नेटवर्क आज के मुकाबले बहुत छोटा था, लेकिन समय के साथ राज्य में रेलवे का विस्तार और आधुनिकीकरण होता गया.
पिछले दशक में अभूतपूर्व विकास
पिछले दस वर्षों में झारखंड ने रेलवे नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है. राज्य में नई रेलवे लाइनों का निर्माण, डबलिंग, विद्युतीकरण और आधुनिक स्टेशन जैसी सुविधाओं का विकास किया गया है. इसके साथ ही, वंदे भारत जैसी सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों की शुरुआत भी हुई है, जिससे यात्रा का अनुभव और भी आरामदायक हो गया है.
रेल मंत्री का बड़ा बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में झारखंड में रेलवे का बजट 16 गुना बढ़कर 457 करोड़ रुपये से बढ़कर 7302 करोड़ रुपये हो गया है. इसके अलावा, राज्य में 100% विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा हो चुका है, जिससे रेलवे यात्रा और अधिक सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल हो गई है.
राज्य में रेलवे के विकास के फायदे
झारखंड में रेलवे के विकास ने राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार लाया है. रेलवे नेटवर्क के विस्तार से राज्य में औद्योगिक, सांस्कृतिक और बुनियादी ढांचे के विकास को भी गति मिली है.
इसे भी पढ़ें : Jharkhand: झारग्राम और पुरुलिया के बीच नई रेल लाइन के लिए संसदीय क्षेत्र में उठी आवाज