
पश्चिम सिंहभूम: गुवा के कच्छीधौड़ा कॉलोनी में भक्ति और अध्यात्म की अनवरत धारा बहाते हुए श्री-श्री अखंड नाम संकीर्तन यज्ञ का भव्य शुभारंभ किया गया। यज्ञ का उद्घाटन कमेटी के अध्यक्ष राजा ठक्कर द्वारा किया गया। यह संकीर्तन यज्ञ पूरे 48 घंटे अर्थात 24 पहर तक निरंतर चलेगा और इसका समापन 28 मई को किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत बंगाल, ओडिशा और झारखंड से आए कीर्तन मंडलियों और पंडित प्रभात कुमार पाणीग्राही के नेतृत्व में कारो नदी से कलश यात्रा निकालकर की गई। यह यात्रा श्रद्धा और उत्साह के साथ कीर्तन मंडप तक पहुंची, जहां विधिवत पूजा-अर्चना के साथ कलश की स्थापना की गई।
संकीर्तन: भक्ति का सर्वोच्च माध्यम
समारोह में उपस्थित ईश्वरभक्त और समाजसेवी शत्रुघ्न मिश्रा ने कहा कि—
“चार प्रकार के संकीर्तन में भगवान के नाम का संकीर्तन सबसे श्रेष्ठ और सर्वोच्च है. यह मनुष्य के उद्धार का मार्ग है. जब अनेक लोग मिलकर पूर्ण श्रद्धा से संकीर्तन करते हैं, तो उत्पन्न दिव्य कंपन पूरे वातावरण को पवित्र कर देते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज के आध्यात्मिक उत्थान का पथ है।
नाम संकीर्तन के साथ जन्मोत्सव की भी झलक
इस अवसर पर समाजसेवी एवं श्री साई इंटरप्राइजेज के प्रबंधक शत्रुधन मिश्रा का जन्मोत्सव भी पूरे उल्लास के साथ मनाया गया। उन्होंने स्वयं 501 पीस लड्डुओं का वितरण किया और उपस्थित भक्तों को वस्त्र भेंट किए। गुवा की जनता ने उन्हें प्रेमपूर्वक आशीर्वाद देते हुए भक्ति भाव से जन्मदिन मनाया।
भक्ति साधना में समर्पित राज कुमार चौबे ने बताया कि— “संकीर्तन यज्ञ का तात्पर्य है भगवान के पवित्र नामों का सामूहिक जप. यह कलियुग का युग धर्म है, जो ईश्वर-साक्षात्कार का सरलतम मार्ग प्रदान करता है.”
समिति के सक्रिय सदस्य
इस आयोजन को सफल बनाने में कमेटी अध्यक्ष मनीष ठक्कर, मिलन ठक्कर, राजकुमार चौबे, नरेश चौबे, पप्पू चौबे, सुखदेव मिश्रा, संजय सेठ, पंकज सेठिया, दयालाल ठक्कर, रोहित मिश्रा, बबलू चौबे, संतोष कुमार चौबे और शत्रुघ्न मिश्रा समेत अनेक कार्यकर्ता सक्रिय रूप से शामिल रहे।
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