
पश्चिमी सिंहभूम: जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त कुलदीप चौधरी की अध्यक्षता में मिशन वात्सल्य, बाल संरक्षण योजना अंतर्गत स्पॉन्सरशिप/फोस्टर केयर अनुमोदन समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जोखिमग्रस्त, अनाथ, एकल परिवार एवं कठिन परिस्थितियों में रहने वाले अहर्ता प्राप्त बच्चों को ₹4000 प्रतिमाह वित्तीय सहायता देने की योजना पर चर्चा हुई.
103 बच्चों की फाइलें अनुमोदित
बैठक के दौरान 103 बच्चों की व्यक्तिगत संचिकाओं की समीक्षा कर उन्हें योजना का लाभ देने हेतु अनुमोदन किया गया. वर्तमान में जिले में 116 बच्चे इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें से 106 बच्चे स्पॉन्सरशिप योजना एवं 10 बच्चे फोस्टर केयर (परिवार आधारित देखभाल) योजना के अंतर्गत हैं.
योजना से बाल तस्करी एवं पलायन पर रोक की उम्मीद
उपायुक्त चौधरी ने कहा कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से बाल तस्करी, बाल श्रम एवं पलायन जैसी समस्याओं को रोका जा सकता है. उन्होंने वार्षिक आय ₹75,000/- से कम वाले परिवारों के अधिक से अधिक बच्चों को योजना से जोड़ने के निर्देश दिए.योजना के बेहतर संचालन के लिए उप विकास आयुक्त एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को अनुमोदन समिति में शामिल करने का निर्देश दिया गया.
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
इस बैठक में उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनीता तिवारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य, सृजन महिला विकास मंच के सचिव एवं अन्य समिति सदस्य उपस्थित रहे.इस पहल से जिले के जरूरतमंद बच्चों को संरक्षित करने एवं उन्हें शिक्षा एवं स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.
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