
गुवा : गुरुवार को गुवा में ओड़िया समुदाय के लोगों ने परंपरागत तरीके से पानी भात का सेवन कर विश्व पखाल दिवस मनाया. इस अवसर पर श्रद्धालु सुबह से ही जगन्नाथ मंदिर पहुंचे, जहां मंदिर के पुजारी जितेंद्र पंडा ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा को दही पखाल का भोग अर्पित किया. इसके बाद श्रद्धालुओं को भोग वितरित किया गया.
दही पखाल के औषधीय गुण
संगीत शिक्षक योगेंद्रनाथ त्रिपाठी ने बताया कि दही पखाल न केवल स्वादिष्ट व्यंजन है, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद है. यह खाद्य पदार्थ को शीघ्र पचाने में मदद करता है और इसके सेवन से अच्छी नींद भी आती है. ओड़िया घरों में गरीब से लेकर धनी तक सभी लोग बड़े चाव से पखाल भात का सेवन करते हैं. खास बात यह है कि कांसे के बर्तनों में पखाल भात का सेवन करना शुभ माना जाता है.
मंदिर में विशेष आयोजन
जगन्नाथ मंदिर में इस दिन दही पखाल और अन्य कई स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए गए. इसके साथ ही, वर्चुअल माध्यम से भी लोग एक दूसरे को पखाल दिवस की शुभकामनाएं देते हुए इस परंपरा को मानते देखे गए. इस अवसर पर संतोष बेहेरा, योगेंद्रनाथ त्रिपाठी, मनमोहन चौबे, अरुण वर्मा, अनुप नाग, कुमार आशुतोष और अन्य कई लोग मौजूद थे.
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