
जमशेदपुर: एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ने “वैश्विक स्तर पर ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए उन्नत हीट ट्रांसफर टेक्नोलॉजीज” पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. झारखंड विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार परिषद द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य इंजीनियरिंग छात्रों को वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्नत ताप हस्तांतरण प्रौद्योगिकियों के उपयोग में सक्षम बनाना है.
इंटरैक्टिव सत्रों का समावेश
इस कार्यशाला में आईआईटी और एनआईटी के विशेषज्ञों द्वारा नेतृत्व किए गए व्याख्यान और व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल थे. प्रतिभागियों ने उन्नत सामग्री, हीट एक्सचेंजर्स और थर्मल प्रबंधन प्रणालियों जैसे गर्मी हस्तांतरण के नवीनतम तरीकों की खोज की. इस दौरान जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए टिकाऊ प्रथाओं और समाधानों पर भी चर्चा की गई.
व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर जोर
कार्यशाला में वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों में गर्मी हस्तांतरण प्रौद्योगिकियों के व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर जोर दिया गया. प्रतिभागियों को ऊर्जा दक्षता और स्थिरता को बढ़ावा देने में इन प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त हुई.
प्रोत्साहन और समर्थन
एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक, प्रो. गौतम सूत्रधर ने प्रतिभागियों को उत्सर्जन में कमी के प्रयासों में योगदान देने के लिए प्राप्त ज्ञान का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया. मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख, प्रो. संजय ने आयोजक संकाय समूह को बधाई दी. कार्यशाला के सफल संचालन के लिए शोध के डीन, प्रो. एम.के. सिन्हा और संकाय के डीन, प्रो. प्रभा चंद ने भी प्रतिभागियों को सराहा.
एक परिवर्तनकारी अनुभव
पांच दिवसीय कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव साबित हुई. इससे उन्हें उन्नत ताप हस्तांतरण समाधानों के अनुप्रयोग के माध्यम से सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त हुआ.
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