
पश्चिम सिंहभूम: 16 मई की देर शाम जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से लौटे मेघाहातुबुरु के सेलकर्मियों और उनके परिवारजनों को लेने के लिए बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन पर सेल की कोई बस नहीं पहुंची. इससे यात्रियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ा. नाराज झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के महासचिव अफताब आलम के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को उप महाप्रबंधक (कल्याण) माझी से मुलाकात कर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई.
नियमित सेवा में बाधा क्यों?
संघ के सदस्यों ने बताया कि सामान्यतः सेल मेघाहातुबुरु द्वारा नियमित रूप से बस सेवा उपलब्ध कराई जाती है, जो जनशताब्दी जैसी लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन समय के अनुसार समायोजित की जाती है. लेकिन इस बार जनशताब्दी के देर से पहुंचने के बावजूद कोई बस स्टेशन नहीं भेजी गई. इससे महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग स्टेशन पर घंटों फंसे रहे.
रात्रि भत्ते को लेकर उठा सवाल
जब बस सेवा न भेजे जाने का कारण पूछा गया तो प्रबंधन की ओर से कहा गया कि रात्रि भत्ता न होने के कारण चालक ने ड्यूटी नहीं की. इस पर यूनियन ने कड़ा ऐतराज जताते हुए स्पष्ट किया कि यदि रात्रि भत्ता देना जरूरी है तो यह केवल चालकों तक सीमित न हो, बल्कि सभी ठेका मजदूरों को मिले. यूनियन पदाधिकारी इंतखाब आलम ने कहा कि नीति में समानता जरूरी है और यदि भत्ते का समय शाम से शुरू होता है तो अन्य श्रमिकों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए.
प्रबंधन से मिले आश्वासन
उप महाप्रबंधक कल्याण माझी ने कहा कि बस सेवा रोकने का कोई आधिकारिक आदेश प्रबंधन द्वारा जारी नहीं किया गया था. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न हो, इसके लिए स्पष्ट दिशानिर्देश बनाए जाएंगे.
ज्ञापन सौंपते हुए उठाई ये मांगें
झारखंड मजदूर संघर्ष संघ ने प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की कि दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जाए. साथ ही यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करते हुए बस संचालन में पारदर्शिता लाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति न उत्पन्न हो. इस अवसर पर यूनियन के प्रमुख पदाधिकारी अफताब आलम, इंतखाब आलम, दयानंद कुमार, जगजीत सिंह गिल, अमरनाथ यादव, कामता प्रसाद, नसीब, शैलेश बारी और रोहित गोराई उपस्थित थे.
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