
जगन्नाथपुर: रांची विधानसभा सदस्य और जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू ने जनहित में कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं. उन्होंने विशेष रूप से झारखंड के सेल संबद्ध माईंस में गुवा, किरीबुरु, मेघाहातुबुरू और चिड़िया क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की नियुक्ति बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उनका मानना है कि जब तक राज्य में बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक पलायन की समस्या बनी रहेगी और युवा वर्ग अन्य राज्यों की ओर पलायन करता रहेगा.
माईंस में स्थानीय नियुक्ति का विस्तार हो: विधायक
सोनाराम सिंकू ने कहा कि झारखंड के सेल संबद्ध माईंस में स्थानीय लोगों की नियुक्ति बढ़ानी चाहिए ताकि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ें और पलायन की समस्या कम हो सके. विधायक ने पश्चिमी सिंहभूम जिला के विभिन्न क्षेत्रों जैसे जगन्नाथपुर, नोवामुंडी, गोईलकेरा, टोन्टो मझारी, तातनगर, कुमारडुंगी आदि से प्रतिवर्ष 20 हजार से ज्यादा श्रमिकों के दूसरे राज्यों में काम करने के लिए जाने की बात की. उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के कल्याण और सुरक्षा के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ बनाने की जरूरत पर भी बल दिया.
मृतक प्रवासी श्रमिकों को मुआवजा राशि में विस्तार की मांग
सोनाराम सिंकू ने प्रवासी श्रमिकों के मृत शरीर के आने पर मुआवजा राशि को बढ़ाने की मांग भी की. वर्तमान में, दुर्घटना के कारण मृतक श्रमिकों के परिवार को 15 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है, जबकि अन्य परिस्थितियों में सिर्फ 50 हजार रुपए दिए जाते हैं. विधायक ने राज्य सरकार से अपील की कि इन राशि को बढ़ाया जाए, जैसा कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा ब्रजपात, सर्पदंश आदि मामलों में मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है.
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