
तीन माह से अधिकांश वृद्धा, विधवा व दिव्यांग को नहीं मिली पेंशन
जमशेदपुर : जिले के सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभुक (वृद्ध, विधवा, विकलांग आदि) इन दिनों पेंशन राशि के लिए दर-दर भटक रहे हैं. कभी बैंक तो कभी प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने को वे विवश हैं. ऐसे पेंशनभोगियों के लिए सप्ताह में एक दिन (शनिवार) उनकी समस्या के निवारण के लिए हेल्प डेस्क खोला गया है. उसी दिन प्रखंड-अंचल क्षेत्र के लाभुकों का मुख्यालय में जमावड़ा लगता है. 70 व 80 वर्ष की आयु पार कर चुके बुजूर्ग घंटो लाठी के सहारे कतार में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं. रडार न्यूज 24 ने कतार में खड़े कुछ बुजूर्गों से बात की. इस दौरान कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए…
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सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे लाभुक
सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित लाभुक समय पर पेंशन नहीं मिलने के लिए शासन-प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. कहा जब सरकार के पास पैसे नहीं हैं, तो पेंशन देने की घोषणा नहीं करनी चाहिए. टेल्को आजादबस्ती की दौलती देवी ने बताया कि उसने अक्टूबर 2024 में वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन जमा किया. लेकिन अभी तक उसकी मंजूरी नहीं मिली. इसी तरह बारीडीह के अजीत पात्रो, जुगसलाई की शैरून निशा, किताडीह की रहने वाली लक्ष्मी देवी तथा कदमा की रहने वाली छवि तिवारी ने समय पर पेंशन राशि नहीं मिलने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
बुजूर्गों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार- सावित्री देवी
टेल्को के जेम्को मछुआ बस्ती रहने वाली बुजूर्ग सावित्री देवी ने बताया कि वृद्धा पेंशन के लिए उसने दो बार आवेदन जमा किया. उनके साथ आवेदन जमा करने वालों का पैसा आ रहा है. जबकि उसका पैसा नहीं आ रहा है. ऐसा क्यों हुआ, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है. कहा सरकार बुजूर्गो के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
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