अच्छी खबर : अब कम खर्च में लंबी दूरी की यात्रा कर सकेंगे यात्री, अमृत भारत ट्रेन शुरू

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चांडिल: अमृत भारत 2.0 ट्रेन भारतीय रेल की आधुनिक पहल है। जो आम यात्रियों को कम किराए में बेहतर सुविधा, आराम और स्वदेशी तकनीक का अनुभव देती है। इस ट्रेन को विशेष रूप से मिडिल क्लास और अंत्योदय के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके कोच पूरी तरह से भारत में बने हैं और आत्मनिर्भर भारत की भावना को और मजबूती देते हैं।

डिज़ाइन भी अत्यंत आकर्षक

अमृत भारत ट्रेन सुविधाजनक है। इसका लुक और डिज़ाइन भी अत्यंत आकर्षक है। ये किसी प्रीमियम ट्रेन जैसा अनुभव देती है। रेलवे की यह कोशिश है कि आम आदमी भी शान और आराम के साथ यात्रा कर सके और इसी सोच के साथ यह ट्रेन शुरू की गई है।
पर्यावरण के प्रति सजगता, ऊर्जा की बचत और यात्रियों की सुविधा- ये तीनों पहलू इस ट्रेन की पहचान हैं। यह ट्रेन देश के विकास की नई रफ्तार और बदलते भारत की झलक है।

तकनीक से बढ़ी सुरक्षा

अमृत भारत 2.0 ट्रेन में सुरक्षा और तकनीकी दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कपलर में क्रैश ट्यूब और EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम की सुविधा दी गई है, जिससे तेजी से ब्रेक लग सकेगा। ये पूरी तरह से सील्ड गैंगवे और वैक्यूम एवैक्यूशन सिस्टम से लैस है। हर कोच में टॉक बैक यूनिट तथा गार्ड रूम में रिस्पॉन्स यूनिट से यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। गैर-एसी कोचों में पहली बार फायर डिटेक्शन सिस्टम की सुविधा यात्रियों की सुरक्षा में नई क्रांति है।

हर स्थिति में आरामदायक यात्रा

अमृत भारत 2.0 के साथ भारतीय रेल में पहली बार ट्रेन में सेमी-ऑटोमैटिक काउपलर का उपयोग किया गया है। ट्रेन जुड़ते या अलग होते वक्त झटका नहीं लगता और ना ही आवाज आती है। इसमें लगा डिफॉर्मेशन ट्यूब किसी टक्कर की स्थिति में झटका कम कर देता है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ती है। लोकोमोटिव के साथ यह रेक न केवल स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि उच्चतम गति एवं बेहतर संचालन की क्षमता भी सुनिश्चित करता है।

रफ्तार के सारथी 2 इंजन

यह ट्रेन एक एलएचबी पुश-पुल ट्रेन है। बेहतर गति के लिए इसके दोनों सिरों पर इंजन लगे होते हैं, जिससे ऊर्जा की खपत कम होती है। ट्रेन तेजी से गति पकड़ सकती है और ब्रेक लगा सकती है। अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड इसे रफ्तार का सारथी बनाती है।

यात्री सुविधाओं की सौगात

2.0 ट्रेन को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना के साथ अपडेट किया गया है। इसके कोच में फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर, फोल्डेबल बॉटल होल्डर जैसी सुविधाएँ हैं। साथ ही, रेडियम इल्यूमिनेटेड फ्लोरिंग स्ट्रिप, 160KN एयर स्प्रिंग बोगी जैसी सुविधा यात्रा को और भी आरामदायक बनाती है। प्रत्येक शौचालय में इलेक्ट्रो-न्यूमेटिक फ्लशिंग प्रणाली, ऑटोमेटिक सोप डिस्पेंसर और एरोसोल-आधारित फायर सप्रेशन सिस्टम जैसी सुविधाएँ दी गई हैं, जो स्वच्छता व सुरक्षा को प्राथमिकता देती हैं। हर यात्री के लिए फास्ट मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, पेन्ट्री कार और बेहतर और आरामदायक सीट की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय भी प्रदान किए गए हैं, ताकि सभी यात्रियों को समान सुविधा मिल सके।

एक नजर में

गति अधिकतम 130 किमी/घंटा
पूरी तरह सील गैंगवे
अधिक गद्देदार बर्थ
22 कोच वाली ट्रेन
मिडिल क्लास और अंत्योदत्य को तोहफा
1000 KM की यात्र करीब 450 रुपये में संभव
पहली बार
LHB कोच में इमरजेंसी टॉकबैक सिस्टम
भारतीय रेल में सेमी-ऑटोमैटिक काउपलर टाइप 10 हेड
नॉन एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम
भारतीय रेल में बाहरी इमरजेंसी लाइट्स
नॉन एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम
नॉन एसी कोच में EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम

स्वदेशी अभियान

प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत भारत ट्रेन मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री में निर्माण किया गया है। “जो लोग अक्सर अपने काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और जिनकी उतनी आय नहीं है, वे भी आधुनिक सुविधाओं व आरामदायक यात्रा के हकदार हैं। इन ट्रेनों को गरीबों के जीवन की गरिमा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।”

यात्रियों के लिए सम्मान का प्रतीक बनकर आई है – रेल मंत्री

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि  दुनिया में ज्ञान की गंगा बिहार के नालंदा और विक्रमशिला से बही। वह बिहार जहां लोकगीतों की मिठास और माटी की सौंधी खुशबू अब भी आत्मा को छू जाती है। यहां का इतिहास जितना गौरवशाली है, भविष्य उतना ही संभावनाओं से भरा है। इस संस्कृति-समृद्ध भूमि के लोगों ने हर युग में भारत के निर्माण में योगदान दिया है। अब भारतीय रेल अमृत भारत ट्रेनों के जरिए उसे गति देते हुए आम आदमी को प्रीमियम यात्रा का अनुभव दे रही है। यह ट्रेन बिहार के मेहनती, संघर्षशील और सपनों से भरे यात्रियों के लिए सम्मान का प्रतीक बनकर आई है।

 


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