
पोटका: चैती छठ का महापर्व श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने अस्ताचल होते सूर्य को अर्घ अर्पित कर पति-पुत्र की लंबी आयु की कामना की. इस अवसर पर हल्दीपोखर के कमल तालाब में भक्तगण बड़ी संख्या में पहुंचे और डूबते सूर्य को अर्घ देकर अपने परिवार के लिए सुख, समृद्धि और शांति की कामना की.
सूर्य उपासना का महापर्व
भक्तगणों का विश्वास है कि सूर्य देवता और छठी मैया का आशीर्वाद प्राप्त करने से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं. इस कठिन व्रत को पालन करने से भगवान सूर्य और छठी मैया प्रसन्न होते हैं, जिससे श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
आशीर्वाद की प्राप्ति
भक्तों का यह मानना है कि इस व्रत के माध्यम से वे अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने के साथ-साथ सूर्य देवता और छठी मैया का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. यह पर्व श्रद्धा, आस्था और पारंपरिक विश्वास का अद्भुत मिश्रण है, जो समाज में एकता और समृद्धि की भावना को बढ़ावा देता है.
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