
Chandil: सरायकेला-खरसवाँ जिला अधीन ईचागढ़ प्रखण्ड क्षेत्र के मैसाड़ा पंचायत की बुरुहातू ग्राम प्रधान बलभद्र गोराई को षड़यंत्र कर हटाने का प्रयास किया जा रहा है । इस संबंध में गोराई ने कहा है कि ग्राम प्रधान में विधिवत चयन 2006 को हुई थी और तब से ही वह निरंतर ग्रामवासियों को सेवा देते आ रहे है। जिसका ग्राम प्रधान का परिचय पत्र भी अंचल कार्यालय से निर्गत किया गया। उन्होंने कहा कि जब तक ग्राम प्रधान का मानदेय नहीं था तब तक न तो कोई अधिकारी ग्राम प्रधान को पूछता था और न ही कोई ग्राम प्रधान के लिए दावा कर रहा था, लेकिन वर्ष 2019 को ग्राम प्रधान की मानदेय 2000 रुपया मिलने की सरकारी घोषणा होते ही तत्काल पदस्थापित रहे वर्तमान ईचागढ़ सीओ के द्वारा बुरुहातू गाँव में अन्य गाँव के लोगों का नाम जोड़कर उसे ग्राम प्रधान का मानदेय देने लगे लेकिन पूर्व से चयनित ग्राम प्रधान बलभद्र गोराई को मानदेय से वंचित रखा गया ।
सिर्फ आश्वासन मिला
जिसका विरोध करने पर गोराई को अंचल कार्यालय से यथा शीघ्र समाधान हेतु सिर्फ आश्वासन मिला । 77 वर्षीय ग्राम प्रधान बलभद्र गोराई ने वह पिछले करीब दो साल से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे है । गोराई ने अपनी आवाज बुलंद की तो आज सच्चाई सामने आने लगी, कि किस तरह ईचागढ़ अंचल कार्यालय में एक चयनित जन प्रतिनिधि को हटाने का षड़यंत्र पर्दे के पीछे लेन-देन कर के किया जा रहा है। बुरुहातू गाँव में पूर्व से चयनित ग्राम प्रधान बलभद्र गोराई के रहते हुए उन्हें मानदेय से वंचित रखकर अन्य पड़ोस गाँव से दो व्यक्ति को एक साथ ग्राम प्रधान में नाम जोड़कर उसे मानदेय दिए जाने के पीछे क्या वजह हो सकती है । तथा यह अंचल कार्यालय में अनधिकृत रूप से एक चयनित जनप्रतिनिधि की अधिकार पर हस्तक्षेप करना तथा उनके साथ पक्षपात कर उनकी मानदेय को रोकने जैसे गैर कानूनी कार्य आखिर किसके इशारे पर किया गया है ।
कोई साक्ष्य के अभाव में मानदेय देने मेंसमस्या
इधर इस संबध में पूछे जाने पर ईचागढ़ सीओ दीपक प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान की चयन को लेकर कोई साक्ष्य न मिलने के कारण ही आज ग्राम प्रधान की मानदेय के लिए यह समस्या हो रहा है। वहीं बुरुहातू गाँव के ग्रामीणों ने भी हस्ताक्षर युक्त लिखित आवेदन देकर जिक्र किया कि उनके गाँव मे पूर्व से ही बलभद्र गोराई ग्राम प्रधान की सेवा देते आ रहें हैं, जिनका मानदेय दिया जाय। इसपर जो भी त्रुटि हुई वह तत्काल पदस्थापित ईचागढ़ सीओ एवं नाजीर के द्वारा हुई है। इस पर देखा गया कि बुरुहातू गाँव में ही पहले दो ग्राम प्रधान हरेलाल महतो (हरितालडीह ) तथा श्रवण माँझी ( हुंडी ) को ग्राम प्रधान का मानदेय मिल रहा था । जो अन्य गाँव के होते हुए भी मार्च, 2019 से जून, 2019 तक ग्राम प्रधान का मानदेय ले चुका है। जबकि बलभद्र गोराई को जुलाई, 2019 से फरवरी, 2020 तक ही ग्राम प्रधान का मानदेय मिला। इस बीच में हुड़लूंग गाँव के रहनेवाले सनातन मांझी का भी ग्राम प्रधान में नाम जोड़ा गया था, यह सभी तत्कालीन अधिकारी की कार्यकाल में हुआ ।