
आदित्यपुर: 26 मार्च को आदित्यपुर लघु उद्योग संघ, जमशेदपुर के सम्मेलन हॉल में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. यह कार्यशाला भारत सरकार के MSME मंत्रालय के सहयोग से PHDCCI द्वारा आयोजित की जाएगी. कार्यशाला का उद्देश्य देश में बौद्धिक संपदा (IP) के क्षेत्र में एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है.
IPR के महत्व को समझना और प्रोत्साहन
कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य झारखंड राज्य के MSME, स्टार्ट-अप और अन्य हितधारकों को अधिक आईपी आवेदनों के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि वे अपने नवाचारों और रचनात्मक विचारों की रक्षा कर सकें. इसके माध्यम से व्यापार में अधिक हिस्सेदारी प्राप्त करने, ग्राहकों का विश्वास बढ़ाने और व्यवसाय को अगले स्तर तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा. कार्यशाला में प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) को समझने और उसके प्रबंधन के कौशल से लैस किया जाएगा.
विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श
इस कार्यशाला में बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की जाएगी. साथ ही, आईपीआर के पंजीकरण और भारत सरकार के MSME मंत्रालय से प्रतिपूर्ति की सुविधाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा. कार्यशाला “IP के व्यावसायीकरण के लिए MSME समर्थन (SCIP)” कार्यक्रम पर भी प्रकाश डालेगी, जिसका उद्देश्य MSME को उनकी बौद्धिक संपदा परिसंपत्तियों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है.
MSME को मिलेगा वित्तीय और तकनीकी समर्थन
MSME मंत्रालय भारत सरकार की ओर से MSME को IP के व्यावसायीकरण के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी. यह कार्यशाला बौद्धिक संपदा के क्षेत्र के प्रतिष्ठित पेशेवरों और शिक्षाविदों द्वारा संबोधित की जाएगी, जो उद्योग और शैक्षिक जगत के लिए एक बडी जानकारी का स्रोत साबित होगी.
कौन-कौन हो सकता है भागीदार?
इस कार्यक्रम में MSME, भावी उद्यमी, इनोवेटर्स, स्टार्ट-अप, प्रवर्तन एजेंसियां, IP पेशेवर, कानूनी बिरादरी के अधिकारी, शिक्षाविद और प्रौद्योगिकी विकास एवं IP कानूनों में रुचि रखने वाले छात्र आमंत्रित हैं. कार्यशाला प्रतिभागियों को IP विशेषज्ञों से चर्चा करने और हेल्पडेस्क के माध्यम से अपने IP से संबंधित प्रश्नों का समाधान प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करेगी.
क्या यह कार्यशाला आपके लिए है?
इस कार्यशाला में भाग लेने से आपको बौद्धिक संपदा के महत्व को समझने और अपनी कंपनियों या नवाचारों के लिए उसे सही दिशा में उपयोग करने का मौका मिलेगा.
इसे भी पढ़ें : Saraikela: जब्त किए गए बालू के स्थानों का निरीक्षण करेंगे जिला परिषद सदस्य