
जमशेदपुर : कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर सिखों के नए गुरु तेग बहादुर जी के शहादत के 350 साल पूरे होने पर सरकार के स्तर से कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया है। 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर जी की शहादत है और उनके साथ ही भाई मति दास, भाई सती दास और भाई दयाला जी भी चांदनी चौक में शहीद किए गए थे।
उनकी शहादत का कारण देश में बहुलवादी धर्म और संस्कृति की रक्षा करना था और वर्तमान परिस्थितियों में नई पीढ़ी को इससे अवगत कराना जरूरी है।
कुलविंदर सिंह के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी शासित कई राज्यों में मुख्यमंत्री सरकारी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला ले चुके हैं।
10 लाख रुपए का अनुदान देंगे
मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस बैसाखी पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर इसकी सार्वजनिक रूप से घोषणा कर चुके हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए यह भी फैसला ले लिया है कि मदरसा की तरह गुरुद्वारा कमेटी द्वारा संचालित धर्मशाल (विद्यालयों) को प्रतिवर्ष 10 लाख रुपए का अनुदान देंगे। कुलविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री को जमशेदपुर के विभिन्न गुरुद्वारा समितियों द्वारा संचालित गैर सरकारी विद्यालयों की सूची भेजी है और उनसे आग्रह किया है कि महाराष्ट्र के तर्ज पर इन धर्मशाला को भी वार्षिक अनुदान उपलब्ध कराया जाए। जिससे शिक्षण- प्रशिक्षण का स्तर अद्यतन हो, जिसका लाभ समाज राज्य एवं राष्ट्र को मिले।
कार्यक्रम सरकारी स्तर पर आयोजित हुए थे
कुलविंदर सिंह के अनुसार इन विद्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के ही बच्चे पढ़ते हैं। कुलविंदर सिंह ने यह भी उल्लेख किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने व्यक्तिगत तौर पर रुचि लेते हुए वृहत पैमाने पर गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व को समर्पित कार्यक्रम सरकारी स्तर पर आयोजित किए थे। पिछली बार जमशेदपुर में कार्यक्रम आयोजित हुए थे और इस बार महाराष्ट्र की तरह जमशेदपुर, रांची एवं बोकारो में आधारभूत संरचना के आधार पर आयोजित किए जाने चाहिए।