
देवघर: सोमवार दोपहर को देवघर जिले में आई तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचा दी। महज 10 मिनट की इस प्राकृतिक आपदा में दर्जनों पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए। इसका सबसे अधिक प्रभाव सारठ प्रखंड के पथरड्डा क्षेत्र और उसके आसपास के गांवों में देखा गया।
ग्रामीणों के अनुसार दोपहर लगभग दो बजे अचानक तेज गर्जना और हवा के साथ वर्षा शुरू हुई, जिसने देखते ही देखते इलाकों को अस्त-व्यस्त कर दिया। समाजसेवी अजीत यादव ने बताया कि उनके गांव कुण्डारो समेत पथरड्डा के बीच की मुख्य सड़क पर कई फलदार पेड़ गिर गए, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
बिजली आपूर्ति ठप, कई गांवों में अंधेरा
तेज आंधी के चलते संथाली सिमरा सब स्टेशन से जुड़ी एग्रीकल्चर फीडर लाइन के हाई टेंशन तारों के साथ-साथ दर्जनभर से अधिक बिजली के खंभे गिर गए। इसका असर कुण्डारो से लेकर पथरड्डा के लगभग 20 से 25 गांवों तक पड़ा, जहां बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है। बिजली विभाग की टीमें मरम्मत कार्य में जुट गई हैं, लेकिन बहाली में समय लगने की आशंका है।
शादी समारोह पर भी पड़ा असर
कुछ गांवों में आंधी इतनी तेज थी कि शादियों के लिए लगे पंडाल उड़ गए। इससे आयोजकों और आम लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
गर्मी से मिली थोड़ी राहत, लेकिन तबाही भारी
जहां एक ओर तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, वहीं दूसरी ओर लोगों को तपती गर्मी से थोड़ी राहत भी मिली। देवघर शहर में बारिश नहीं हुई, लेकिन आसमान में बादल छा जाने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने पहले ही संताल परगना के कई क्षेत्रों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई थी, जो सही साबित हुई।
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