
रामगढ़: पलाश (JSLPS) द्वारा नन फार्म के अंतर्गत रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में सामुदायिक प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र में प्राकृतिक गुलाल बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षित दीदियाँ होली के त्योहार के लिए प्राकृतिक अबीर और गुलाल बनाएंगी.
प्राकृतिक गुलाल बनाने का अनूठा तरीका
प्रशिक्षण में गोला प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 32 दीदियाँ उपस्थित हुईं. रांची जिले के बुंडू प्रखंड से प्रशिक्षक लीला देवी और संजू देवी ने दीदियों को प्राकृतिक गुलाल बनाने की प्रक्रिया बताई. प्राकृतिक गुलाल बनाने के लिए सूखे पलाश के फूलों का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा, हरे रंग के लिए सूखा पालग साग, गुलाबी रंग के लिए चुकंदर और पीले रंग के लिए हल्दी का प्रयोग किया जाएगा.
होली की तैयारियों में दीदियों की महत्वपूर्ण भूमिका
यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है, बल्कि होली के पर्व को स्वच्छ और प्राकृतिक रूप से मनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है. 8 मार्च 2025 से जिले और सभी प्रखंडों में इन प्राकृतिक गुलाल और अबीर का स्टॉल लगाया जाएगा.
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