
स्वास्थ्य शिविर लगाकर मलेरिया, सिकल सेल एनिमिया, बीपी, हीमोग्लोबिन की जांच की गई
कंबल, खिलौने, साड़ी, स्कूल बैग आदि का किया गया वितरण
जमशेदपुर : आदिम जनजाति (सबर) परिवारों के जीनवस्तर में सुधार, उन्हें मुख्यधारा में लाने तथा बुनियादी सुविधाएं व सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभांवित की हकीकत जानने मंगलवार को उपायुक्त के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला बोड़ाम प्रखंड के कोयरा गांव के बादाडीह टोला पहुंचा. एक-एक करके उपायुक्त ने सभी से बात की तथा उनकी समस्याओं की जानकारी ली. इस दौरान उपायुक्त ने उन्हें आश्वस्त किया कि सभी लाभुकों को सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा. गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया. जिसमें सभी की मलेरिया, सिकल सेल एनिमिया, बीपी, हीमोग्लोबिन की जांच की गई. इस दौरान बच्चों के बीच खिलौने, कॉपी-किताब, पेंसिल, पेन, युवाओं को फुटबॉल, क्रिकेट का बल्ला, बैडमिंटन तथा महिलाओं एवं बुजुर्गों के बीच कंबल, साड़ी, चादर, दरी आदि का वितरण किया.
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उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन आदिम जनजाति टोलों में सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित है, जरूरी है कि सबर परिवार खुद भी आगे आकर योजनाओं के विषय में जागरूक हों तथा लाभ लें. उन्होंने बताया कि ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के दौरान कुछ समस्याएं सामने आयीं हो, जिनका निराकरण नहीं हो पाया हो. इसलिए सभी से आग्रह किया गया कि वे बेझिझक अपनी बात अधिकारियों के समक्ष रखें. प्रखंड कार्यालय जाकर बीडीओ को समस्याएं बताएं. जिससे उसका समाधान हो सके. उन्होंने सबर लोगों की आवश्कता एवं समस्या के समाधान के लिए उनके आवेदन तैयार कराने, फॉर्म भराने में सहयोग कर प्रखंड और जिला मुख्यालय तक पहुंचाने का निर्देश दिया. उन्होंने स्वास्थ्य शिविर में आवश्यक सहयोग के लिए ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट एवं फ्यूरिडा फाउंडेशन के प्रयासों की भी सराहना की.
रोजगार के लिए किया प्रेरित
परियोजना निदेशक आईटीडीए ने ग्रामीणों को मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, बकरा पालन, सुकर, बत्तख चूजा मुर्गा पालन से जुड़ी शत प्रतिशत सब्सिडी की योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ लेने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि 40 फीसदी सब्सिडी पर ग्रामीण वाहन ले सकते हैं जिससे आकस्मिक स्थिति में आवागमन करने में सुविधा होगी तथा रोजगार के लिए भी एक माध्यम बन सकेगा. उन्होंने कहा कि सुदूर ग्रामों में एक चार पहिया वाहन तो होनी ही चाहिए जिसका आवश्यकतानुसार ग्रामीण उपयोग कर सकें. उन्होंने प्रखंड कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया कि आदिम जनजाति लोगों का समूह बनाकर सीएमईजीपी का लाभ दिलाने के लिए पहल करें. मौके पर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना तथा आवास, मनरेगा, पशुपालन, पेंशन, राशन समेत अन्य योजनाओं का लाभ देने के लिए आवेदन प्राप्त करने के भी निर्देश दिए.
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70 लोगों के स्वास्थ्य की हुई जांच
कोयरा ग्राम के बादाडीह सबर टोला में 13 परिवार तथा बुरूबोहाल सबर टोला में 7 परिवार की लगभग 100 लोगों की जनसंख्या निवास करती है. स्वास्थ्य जांच शिविर में 70 लोगों की जांच की गई तथा उन्हें जरुरू दवाएं एवं ओआरएस का पैकेट आदि उपलब्ध कराया गया. मौके पर प्रखंड प्रमुख ललिता सिंह सरदार, स्थानीय मुखिया अजब सिंह सरदार, एसीएमओ जोगेश्वर प्रसाद, डीआरसीएचओ डॉ रंजीत पांडा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पंचानन उरांव, बीडीओ बोड़ाम किकू महतो, सीओ बोड़ाम रंजीत प्रसाद, डीएसपी पटमदा वचनदेव कुजूर, एमओआईसी तथा ह्यूमन वेलफेयर ट्रस्ट एवं फ्यूरिडा फाउंडेशन के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.
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