

नई दिल्ली: बहादुरगढ़ के कानोंदा बस अड्डे के पास मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले सचिन को पुलिस ने रविवार रात दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार कर लिया. सचिन पर कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या का आरोप है. पुलिस के अनुसार, सचिन झज्जर का रहने वाला है और दो बच्चों का पिता है. वह 10 साल पहले यूपी की ज्योति से प्रेम विवाह कर चुका था.
सच्चाई का खुलासा
पुलिस के मुताबिक, सचिन और हिमानी की दोस्ती डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुई थी. इसके बाद, वह हिमानी के घर आने-जाने लगे थे. हाल ही में, दोनों के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था, जो 28 फरवरी को हिमानी के घर पर एक गंभीर विवाद में बदल गया. इस विवाद के बाद, सचिन ने दुपट्टे से हिमानी के हाथ बांधकर और मोबाइल चार्जर के तार से उसका गला घोंट दिया. हिमानी ने आत्मरक्षा के लिए उसे नाखूनों से नोचने की कोशिश की, लेकिन वह बच नहीं सकी. हत्या के बाद, सचिन ने हिमानी के लैपटॉप, जेवरात और स्कूटी की चोरी की. फिर, वह सब सामान लेकर अपनी दुकान पर वापस चला गया.

पुलिस द्वारा जांच और गिरफ्तारी
1 मार्च को हिमानी का शव मिलने के बाद पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की लोकेशन को ट्रैक किया, जो सचिन तक पहुंचने का मुख्य कारण बना. इसके बाद, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसे पकड़ने में सफलता पाई. पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर तीन दिन का रिमांड प्राप्त किया है.
हिमानी के गहनों का गिरवी रखना
हिमानी के शव के मिलने के बाद, सचिन ने उसके घर से चुराए गए गहनों को दो लाख रुपये में एक निजी फाइनेंस कंपनी में गिरवी रख दिया था. पुलिस ने इस बारे में भी जानकारी दी है कि सचिन ने यह सब गहनों को चोरी करने के बाद किया.
परिजनों का विरोध
हिमानी के परिजन हत्या के कारण के बारे में पुलिस की थ्योरी से असहमत थे. उनके अनुसार, सचिन ने हिमानी पर रुपये मांगने का झूठा आरोप लगाया था. हिमानी की मां सविता ने आरोप लगाया कि सचिन ने उनकी बेटी के साथ गलत इरादे से कुछ किया होगा, और इस कारण उसे अपनी पहचान उजागर होने का डर था. उन्होंने कहा कि हत्यारोपी को सजा-ए-मौत मिलनी चाहिए.
अंतिम संस्कार और कांग्रेस नेताओं की अनुपस्थिति
हिमानी की मां ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि उनके बेटी के अंतिम संस्कार में कांग्रेस के बड़े नेता शामिल होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस घटना के बाद, देशभर में हिमानी की हत्या की गूंज सुनाई दी, लेकिन जिले के बड़े कांग्रेस नेता अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे.
सचिन का पारिवारिक जीवन
सचिन की पत्नी ज्योति, जो यूपी की रहने वाली हैं, हाल ही में मायके गई थीं. सचिन के पिता देवेंद्र ने बताया कि उनका अपने बेटे से अब कोई संपर्क नहीं है और वे दोनों के बीच बोलचाल बंद हो चुकी थी. सचिन के पास कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, और वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था.
बहादुरगढ़ के कानोंदा बस अड्डे के पास मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले सचिन को पुलिस ने रविवार रात दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार कर लिया. सचिन पर कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या का आरोप है. पुलिस के अनुसार, सचिन झज्जर का रहने वाला है और दो बच्चों का पिता है. वह 10 साल पहले यूपी की ज्योति से प्रेम विवाह कर चुका था.
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