
पोटका: जुड़ी पंचायत के पावरू मौजा के तितलिंग पहाड़ी में मां तारा कंस्ट्रक्शन को पत्थर निकालने के लिए रास्ता बनाने का ठेका दिया गया है. ठेकेदार द्वारा श्मशान स्थल के पास बुलडोजर चलाए जाने से नाराज ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया. इस विरोध में विमला सरदार, चेमी सरदार, गीता गोप, श्वेता सरदार, ग्राम प्रधान लक्ष्मीकांत भूमिज सहित अन्य ग्रामीणों ने ठेकेदार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई.
ग्रामीणों का आस्था पर हमला मानते हुए विरोध
ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान स्थल पर जो पत्थर रखे गए हैं, वह हमारे पूर्वजों की अस्थियों को दफन करने के लिए विधिपूर्वक लगाए गए थे. ठेकेदार द्वारा इन पत्थरों को बुलडोजर से उजाड़े जाने से उनकी आस्था और संस्कृति पर चोट पहुंच रही है. ग्रामीणों का कहना है कि वे किसी भी हाल में अपने श्मशान को उजड़ने नहीं देंगे और इसे बचाने के लिए उग्र आंदोलन करने को तैयार हैं.
सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए संगठित आंदोलन
पावरू गांव में ग्रामीणों ने पारंपरिक हथियारों के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा कि श्मशान को उजाड़ने की कोशिश करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. इस आंदोलन में कांग्रेस पार्टी के जिला सचिव जयराम हांसदा, प्रखंड अध्यक्ष सौरभ चटर्जी, वरिष्ठ नेता सुभाष सिंह सरदार और आजसू के प्रखंड अध्यक्ष बबलू गोप ने भी समर्थन दिया. इन नेताओं ने कहा कि हम ग्रामीणों के साथ हैं और किसी भी हाल में उनकी आस्था को नष्ट नहीं होने देंगे.
आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने ठेकेदार और प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे और भी उग्र आंदोलन करेंगे. उनका कहना है कि श्मशान स्थल के साथ छेड़छाड़ करना उनकी संस्कृति और आस्था का अपमान है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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