
बोकारो: झारखंड के बोकारो में विस्थापन आंदोलन के दौरान शहीद हुए प्रेम प्रसाद महतो के परिजनों से मिलने सीपीआई (एम) का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा.
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी की पूर्व पोलिट ब्यूरो सदस्य बृंदा करात ने किया. उन्होंने नावाडीह प्रखंड के धावाटांड गांव में शहीद के माता-पिता और परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की.
बृंदा करात ने कहा कि यह घटना अत्यंत जघन्य है. शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे विस्थापित अप्रेंटिसों पर सीआईएसएफ द्वारा बर्बर लाठीचार्ज किया गया, जिसमें प्रेम प्रसाद महतो की मृत्यु हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए.
स्थायी नौकरी और न्याय की मांग
मीडिया से बातचीत में बृंदा करात ने स्पष्ट रूप से मांग की कि शहीद के परिवार को बोकारो स्टील प्लांट में स्थायी नौकरी दी जाए.
उन्होंने यह भी कहा कि जिन सुरक्षाकर्मियों की लाठीचार्ज में भूमिका रही है, उन्हें चिन्हित कर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
साथ ही, आंदोलन में शामिल सभी विस्थापित अप्रेंटिसों की स्थायी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे राज्य सरकार वापस ले.
सीआईएसएफ की भूमिका पर उठे सवाल
बृंदा करात ने सीआईएसएफ के डीआईजी पर मामले की लीपापोती का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है, जबकि स्पष्ट रूप से निर्दोष युवाओं पर बल प्रयोग हुआ.
इस प्रतिनिधिमंडल में झारखंड राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, बोकारो जिला सचिव भागीरथ शर्मा, राज्य कमिटी सदस्य राजकुमार गोराई, इस्पात मजदूर मोर्चा के बी. डी. प्रसाद सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे.
बंगाल में राजनीतिक अराजकता पर करात का हमला
बृंदा करात ने बंगाल की स्थिति पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद सहित कई क्षेत्रों में अराजकता फैली है और इसके पीछे टीएमसी व बीजेपी दोनों की राजनीति है.उन्होंने आरोप लगाया कि आगामी चुनावों को देखते हुए दोनों दल वोट की राजनीति में लगे हैं और राज्य को बर्बादी की ओर धकेल रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : Deoghar: भाजपा का ऐलान, 25 अप्रैल को मधुपुर में मंत्री हफीजुल अंसारी के आवास का घेराव