
झाड़ग्राम: बीती रात हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखने के दौरान वन विभाग के एक बिट अधिकारी पर हमला करने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए वाहन को भी जब्त कर लिया गया है और उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
घटना का विवरण
झाड़ग्राम के डीएफओ उमर इमाम ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की कई धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें जंगली जानवरों को परेशान करने और शिकार करने का उद्देश्य भी शामिल था. आरोपियों को आज झाड़ग्राम अदालत में पेश किया गया.
बीती रात की घटना
पीड़ित बांसतोला बिट अधिकारी प्रतीप मरांडी ने बताया कि बीती रात हाथियों के गतिविधियों का निरीक्षण कर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि जंगल में एक वाहन खड़ी थी और उसमें कुछ लोग शराब पी रहे थे. जब उन्होंने उन्हें वहां से हटने को कहा, तो आरोपियों ने बहस शुरू कर दी और अचानक उन पर हमला कर दिया, जिससे उनके हाथ और आंख में चोटें आईं. फिलहाल, झाड़ग्राम अस्पताल में बिट अधिकारी का इलाज चल रहा है.
आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके बचाव में वकील की दलील
मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई और आरोपियों को झाड़ग्राम से गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, आरोपियों के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल निर्दोष हैं. उनका कहना था कि जब वे जंगल के रास्ते से गुजर रहे थे, बिट अधिकारी ने उन्हें रोक लिया. फिर किसी विवाद के कारण उन पर ये आरोप लगाए गए. वकील ने यह भी कहा कि अगर वे शिकार करने के उद्देश्य से जाते, तो उनके पास हथियार होते, और वन विभाग के पास ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है. वर्तमान में दोनों युवकों को न्यायालय द्वारा अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया है. अब मामले की आगे की जांच और न्यायिक प्रक्रिया जारी है.
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