
नोवामुंडी: डालसा (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) चाईबासा के निर्देशानुसार, 90 दिवसीय डोर-टू-डोर कानूनी जागरूकता अभियान के तहत नोवामुंडी के लखन साईं बस्ती में एक विशेष कानूनी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया.
जागरूकता के मुख्य विषय
कार्यक्रम में निम्नलिखित मुद्दों पर ग्रामीणों को जानकारी दी गई:
• बालश्रम: बच्चों से मजदूरी कराना कानूनन अपराध है.
• बाल विवाह और बाल तस्करी: इन कुप्रथाओं के खिलाफ जागरूकता और सुरक्षा उपाय.
• महिला अपराध और पोक्सो एक्ट: महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों से सुरक्षा के कानूनी प्रावधान.
• सड़क दुर्घटनाएं: सुरक्षा और मुआवजा प्रक्रिया की जानकारी.
• स्पॉन्सरशिप और मध्यस्थता: कानूनी सहायता प्राप्त करने की सरल प्रक्रिया.
अधिकार मित्रों से संपर्क
लोगों को यह भी बताया गया कि किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता के लिए वे जिले के विभिन्न थानों, पंचायतों और प्रखंडों में नियुक्त अधिकार मित्र (पीएलभी) से संपर्क कर सकते हैं.
पीएलभी की भूमिका और ग्रामीणों का उत्साह
कार्यक्रम का आयोजन पीएलभी प्रमिला पात्रो, अनीता साहनी, विनीता सांडिल और दिल बहादुर के प्रयासों से किया गया. ग्रामीणों ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
समुदाय के लिए जागरूकता का महत्व
यह जागरूकता अभियान न केवल ग्रामीणों को उनके अधिकारों की जानकारी देने में सहायक रहा, बल्कि उन्हें यह भी समझाया गया कि कानूनी सहायता कैसे प्राप्त की जा सकती है. इस पहल से स्थानीय समुदाय में जागरूकता का नया अध्याय शुरू हुआ है.
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