
नई दिल्ली: भारत, एक ऐसा देश जिसकी धड़कती हुई इतिहास और आध्यात्मिकता सड़कों की धमनियों में जीवंत होती है, हमेशा अपने लोगों के लिए एक मार्गदर्शक सितारा रहा है. भारतीय सदियों से प्रवासी रहे हैं, और जहाँ भी गए, अपनी समृद्ध संस्कृति और दृढ़ आत्मा को साथ ले गए. आज, ये वैश्विक भारतीय अपनी जड़ों से जुड़े रहने की गहरी इच्छा रखते हैं. इस विचारधारा को स्वीकार करते हुए, विदेश मंत्रालय (MEA) ने “प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस” नामक एक नई सेवा शुरू की है.
टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए आए दिन भारत सरकार कई कार्य करती है, ऐसे में इस बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जनवरी को ओडिशा के भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीयों के लिए स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन “प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस” को हरी झंडी दिखा दी है. जिसके जरिए तीन हफ्तों तक प्रवासी भारतीयों को देश के कई फेमस टूरिस्ट्स प्लेस और धार्मिक स्थलों को ट्रेन के जरिए घूमने का मौका दिया जाएगा.
बता दें, प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना (PTDY) योजना के तहत, केंद्र सरकार ट्रेन यात्रा से संबंधित सभी खर्च करेगी. यात्रा के दौरान यात्रियों की हर प्रकार की संभव सुविधा दी जाएगी, ताकि किसी भी यात्री को परेशानी का सामना न करना पड़े.
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस का अर्थ
यह सिर्फ एक ट्रेन नहीं है, बल्कि यह भारतीय प्रवासी और उनके मूल देश के बीच के संबंध का प्रतीक है. “भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन” पर आधारित यह 15-दिनों का आयोजन भारत की आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने के लिए कुशलता से तैयार किया गया है. यह यात्रा पर्यटन नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और इतिहास की गहराइयों में झांकने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है.
परिकल्पना और उद्देश्य
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की मूल भावना विशेष “नो इंडिया प्रोग्राम (SKIP)” और “प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना (PTDY)” से जुड़ी है, जिसका उद्देश्य भारतीय मूल के लोगों को भारत की सांस्कृतिक पहचान से जोड़ना है. यह यात्रा एक भावनात्मक कारण है जो वैश्विक भारतीयों को उनकी मातृभूमि की संस्कृति का अनुभव कराती है. प्रतिभागियों का चयन विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए मानदंडों के आधार पर विभिन्न देशों से किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक बैच में 40 प्रतिभागियों के चार समूह बनाए गए हैं.
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस: एक चलता-फिरता महल
भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को प्रदान की जाने वाली सबसे शानदार ट्रेन है. इसमें चार फर्स्ट एसी कोच और दो सेकंड एसी कोच हैं, जो आरामदायक और विलासितापूर्ण सुविधाओं से लैस हैं. इसके अलावा, इसमें स्वादिष्ट भोजन की सुविधा देने वाले दो डाइनिंग कार्स और अन्य आधुनिक सुविधाएँ भी हैं. यह ट्रेन 150 यात्रियों को आरामदायक स्थान और उच्च सेवा स्तर प्रदान करने में सक्षम है.
उद्घाटन यात्रा
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की पहली आधिकारिक यात्रा 9 जनवरी 2025 को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से शुरू होगी. इसमें 27 देशों से 150 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है, जो भारत की सामाजिक और राजनयिक पहुंच का प्रतीक है. ये अतिथि 8 जनवरी को दिल्ली पहुंचेंगे और ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे.
अद्वितीय यात्रा कार्यक्रम
यह यात्रा भारत के छह राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश को कवर करती है. इसमें दिल्ली, अयोध्या, वाराणसी, पटना, गया, चेन्नई, रामेश्वरम, मदुरै, कोच्चि, गोवा, केवड़िया, अजमेर, पुष्कर, और आगरा शामिल हैं. प्रत्येक स्थान भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है.
एक प्रमुख पहल
इस प्रकार, प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस सिर्फ एक ट्रेन यात्रा नहीं है. यह भारतीय एकीकरण का एक भव्य उत्सव है, जो भारत और उसके प्रवासी परिवार के बीच संबंधों को फिर से जीवंत करने का उद्देश्य रखती है. यह यात्रा भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा आईआरसीटीसी के सहयोग से शुरू की गई है, जो प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद का एक नया अध्याय है.
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