
पोटका: पोटका प्रखंड में आंगनबाड़ी सेवाओं को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में झारखंड सरकार द्वारा बड़ा कदम उठाया गया है. बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से आयोजित एक समारोह में पोटका के 253 आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं और सुपरवाइजरों को स्मार्टफोन वितरित किए गए. इस अवसर पर मुख्य अतिथि पोटका विधायक संजीव सरदार की अनुपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी रानीता सरदार बतौर प्रतिनिधि कार्यक्रम में शामिल हुईं. उन्होंने सेविकाओं को विधायक का संदेश सुनाया और अपने हाथों से स्मार्टफोन का वितरण किया.
तकनीक से होगा अब सेवा का संचालन
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह सीओ निकिता बाला ने कहा कि अब सेविकाएं स्मार्टफोन की मदद से आंगनबाड़ी केंद्र के लाभुकों का विवरण, गर्भवती व धात्री माताओं की जानकारी, नवजात शिशु की जानकारी, आधार एंट्री और योजनाओं से संबंधित डेटा आसानी से अपलोड कर सकेंगी. इससे पारदर्शिता और सुविधा दोनों में बढ़ोतरी होगी.
ट्राइसाइकिल और प्रमाणपत्रों का भी हुआ वितरण
कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल और नव चयनित सहायिकाओं को नियुक्ति प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए. इस दौरान आंदोलनकारी बबलू चौधरी, प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सोरेन, बीडीओ अरुण कुमार मुंडा और सीओ निकिता बाला मुख्य रूप से उपस्थित रहे.
सेविकाएं बनेंगी ‘स्मार्ट कार्यकर्ता’
विधायक प्रतिनिधि रानीता सरदार ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि आंगनबाड़ी सेविकाएं भी तकनीकी रूप से सशक्त बनें और योजनाओं के संचालन में दक्ष हों. स्मार्टफोन से एक क्लिक पर सभी जानकारी उपलब्ध हो सकेगी, जिससे योजना का लाभ सीधे लाभुकों तक पहुंचेगा.
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