
पटमदा: बोड़ाम प्रखंड के बेलडीह पंचायत अंतर्गत बाँकादा गांव स्थित टोला मुदी की सैकड़ों महिलाओं ने शुक्रवार सुबह पेयजल संकट के विरोध में बेल्टांड-रघुनाथपुर मुख्य सड़क को जाम कर दिया. महिलाएं डिगची, बाल्टी, हांडी लेकर सड़क पर बैठ गईं और करीब तीन घंटे तक आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया.ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि टोला में बना जलमीनार लगभग एक साल से खराब पड़ा है. पानी की सप्लाई बंद हो जाने से उन्हें बुनियादी जरूरतों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है. महिलाएं प्रशासनिक उदासीनता से नाराज़ थीं और समस्या के समाधान तक सड़क से नहीं हटने की चेतावनी दे रही थीं.
सीओ ने दिया समाधान का आश्वासन
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बोड़ाम अंचलाधिकारी रंजीत रंजन मौके पर पहुंचे. उन्होंने महिलाओं से बातचीत की और स्कूल परिसर में बंद पड़े चापाकल को तुरंत दुरुस्त करने का निर्देश मुखिया प्रतिनिधि को दिया. साथ ही पेयजल विभाग के जेई से फोन पर वार्ता कर प्राथमिकता के आधार पर एसआर फंड से नए बोरिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया.
लिखित आश्वासन के बाद महिलाओं ने हटाया जाम
ग्रामीण वार्ड सदस्य द्वारा लिखित आश्वासन देने और सीओ रंजीत रंजन की मौखिक गारंटी के बाद महिलाओं ने सड़क से बांस-बल्ला हटाकर जाम समाप्त किया. समाजसेवी बहादुर सहिस के प्रयासों से यह समझौता संभव हो सका. सहमति बनी कि जब तक नया बोरिंग नहीं होता, तब तक स्कूल परिसर में लगे जलमीनार से पानी लिया जाएगा.
मार्च में दिया गया आवेदन, अब तक नहीं हुई पहल
बीडीओ किकू महतो ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा मार्च महीने में दिया गया आवेदन पेयजल विभाग को अग्रसारित किया गया है. विभाग ने एसआर फंड से बोरिंग करवाने की बात कही है. जल्द ही ग्रामीणों को राहत मिलेगी.
प्रशासनिक टीम व ग्रामीण रहे उपस्थित
इस मौके पर सीओ रंजीत रंजन, समाजसेवी बहादुर सहिस, मुखिया प्रतिनिधि परिमल सिंह, तरनी महतो सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. सभी ने मिलकर महिलाओं के आक्रोश को शांत किया और समाधान की दिशा में ठोस पहल की.
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