
नई दिल्ली: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने कक्षा 10 (ICSE) और कक्षा 12 (ISC) के वर्ष 2025 के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं. छात्र और अभिभावक लंबे समय से इन परिणामों का इंतजार कर रहे थे. अब वे अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइट cisce.org पर देख सकते हैं.
इस वर्ष ICSE 10वीं परीक्षा में 99.09% और ISC 12वीं परीक्षा में 99.02% छात्र उत्तीर्ण हुए हैं.
ICSE की परीक्षाएं 18 फरवरी से 27 मार्च और ISC की परीक्षाएं 13 फरवरी से 5 अप्रैल 2025 तक आयोजित की गई थीं.
ऐसे करें रिजल्ट चेक
छात्र अपने परिणाम निम्नलिखित प्रक्रिया से देख सकते हैं:
बोर्ड की वेबसाइट cisce.org पर जाएं.
संबंधित कक्षा (10वीं या 12वीं) के लिंक पर क्लिक करें.
अपना रोल नंबर दर्ज करें और सबमिट करें.
परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा.
इसे डाउनलोड या प्रिंट भी किया जा सकता है.
डिजिलॉकर और करियर पोर्टल से ऐसे देखें अंक पत्र
डिजिलॉकर पर देखें:
digilocker.gov.in पर जाएं या ऐप इंस्टॉल करें.
मोबाइल नंबर से खाता बनाएं और लॉगिन करें.
‘मार्कशीट’ विकल्प पर क्लिक करें.
बोर्ड चुनें, रोल नंबर और उत्तीर्ण वर्ष दर्ज करें.
अंक विवरण स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा.
करियर पोर्टल पर:
पोर्टल पर लॉगिन करें.
परीक्षा टाइल पर क्लिक करें.
मेनू बार से ISC चुनें.
परीक्षा वर्ष 2025 चुनें.
ISC रिपोर्ट टैब में जाकर विवरण देखें.
2024 की तुलना में कैसा रहा प्रदर्शन
पिछले वर्ष ICSE 10वीं में 2,43,617 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 99.47% पास हुए थे. लड़कियों का परिणाम 99.65% रहा जबकि लड़कों का 99.31%.
2,695 स्कूलों में से 82.48% यानी 2,223 स्कूलों ने 100% रिजल्ट हासिल किया था.
वहीं ISC 12वीं में 52,765 लड़के और 47,136 लड़कियां शामिल हुई थीं. इनमें से 1,813 छात्र असफल हुए थे.
परिणाम प्रणाली में बदलाव: अब “योग्य” या “अयोग्य” होगा उल्लेख
CISCE ने इस वर्ष से परिणाम स्वरूपों में बदलाव किया है. अब “पास सर्टिफिकेट प्रदान किया गया” या “प्रदान नहीं किया गया” के स्थान पर “योग्य” या “अयोग्य” लिखा जाएगा. यह परिवर्तन पारदर्शिता बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया गया है.
ISC में पास होने के लिए अब 35% अंक और सामाजिक सेवा अनिवार्य
ISC 12वीं के छात्रों को अब पास होने के लिए अंग्रेजी सहित चार विषयों में न्यूनतम 35% अंक लाने होंगे. साथ ही SUPW (सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य) और सामुदायिक सेवा में पास ग्रेड अनिवार्य होगा. इनका मूल्यांकन विद्यालय स्तर पर आंतरिक रूप से किया जाएगा.
सुधार परीक्षा की नई व्यवस्था: अब दो विषयों में मिलेगी अवसर
2024 से कंपार्टमेंट प्रणाली की जगह “सुधार परीक्षा” लागू की गई है. छात्र उसी वर्ष दो विषयों में अपने अंक सुधार सकते हैं. दोनों परीक्षाओं में से बेहतर अंक को अंतिम माना जाएगा.
यदि किसी छात्र का समग्र परिणाम ‘अयोग्य’ से ‘योग्य’ में परिवर्तित होता है, तो उसे पुराने प्रमाणपत्र और अंक पत्र लौटाकर नए दस्तावेज प्राप्त करने होंगे.
पूरक परीक्षा में शामिल होने वालों को अलग अंक विवरण
जो छात्र एक या अधिक विषयों में पूरक परीक्षा देंगे, उन्हें “Supplementary Statement of Marks” प्रदान किया जाएगा. मुख्य परीक्षा में असफल छात्र केवल अंकों का विवरण प्राप्त करेंगे.
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