
पश्चिम सिंहभूम: गुवा स्थित क्रिश्चियन समाज के लोगों ने ईस्टर पर्व की तैयारी में शनिवार को पूरे श्रद्धा भाव से अपने पूर्वजों के कब्रों की सफाई, रंगाई-पुताई तथा साज-सज्जा का कार्य किया. सुबह से ही लोग कब्रिस्तान पहुंचे और अपने-अपने परिजनों की कब्रों को साफ कर मोमबत्ती, फूल और रंगों से सजाया.
ईस्टर संडे से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं
गुड फ्राइडे और ईस्टर संडे ईसाई समुदाय के लिए विशेष महत्व रखते हैं. मान्यता है कि गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था, जबकि ईस्टर संडे को उनका पुनरुत्थान हुआ. यह दिन आनंद, आशा और पुनरुत्थान का प्रतीक माना जाता है.
रविवार सुबह होगी विशेष प्रार्थना
ईस्टर के दिन यानी रविवार सुबह लगभग 4:00 बजे, क्रिश्चियन समाज के लोग कब्रिस्तान में एकत्र होंगे. वे अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मोमबत्तियाँ जलाएंगे, फूल अर्पित करेंगे और प्रभु यीशु से अपने परिवार की सुख-शांति एवं समृद्धि की प्रार्थना करेंगे. यह एक ऐसा क्षण होता है जहाँ श्रद्धा, आस्था और पारिवारिक संबंधों की गहराई एक साथ प्रकट होती है.
सामूहिक तैयारी बनी श्रद्धा का प्रतीक
पूरे क्रिश्चियन समुदाय ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि कब्रिस्तान का वातावरण स्वच्छ और शांतिपूर्ण रहे, जिससे पर्व की आध्यात्मिक गरिमा बनी रहे. लोगों का यह सहयोग और भावनात्मक जुड़ाव, ईस्टर की भावना को और भी सजीव कर देता है.
इसे भी पढ़ें : Chaibasa: उरांव समाज की बैठक, ‘ज्येष्ठ जतरा पर्व’ 13 मई को – तैयारियाँ शुरू