गुमला: गुमला जिला किसान कॉउन्सिल की बैठक शुक्रवार को भरनो किसान सभा कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता शंकर उरांव ने की, जबकि दिशा-निर्देश के लिए झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो और मदुवा कच्छप उपस्थित रहे। बैठक में राज्य स्तरीय रिपोर्ट पेश की गई और आने वाले महीनों के कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 नवंबर, शहीद बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर “जल, जंगल, जमीन, खनिज संपदा और सीएनटी एक्ट की रक्षा” के लिए संघर्ष का शपथ लिया जाएगा। इस अवसर पर “झारखंड के 25 साल—सपना अधूरा, किसान-मजदूरों के संघर्षों से होगा पूरा” नारे के साथ व्यापक जनजागरण अभियान की शुरुआत की जाएगी। भरनो और सिसई में बिरसा जयंती समारोह मनाया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन मोर्चा के आह्वान पर 26 नवंबर को गुमला जिला स्तर पर देशव्यापी प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान किसान और मजदूर संगठन सरकार की कृषि नीति, रोजगार संकट और विस्थापन के खिलाफ एकजुट आवाज उठाएंगे।
बैठक में 8 जनवरी 2026 को रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष किसान रैली आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस रैली में एमएसपी, कर्ज माफी, जबरन भूमि अधिग्रहण, विस्थापन, पलायन, नियोजन नीति, हाथियों के आतंक, पंचायत स्तर पर धान क्रय केंद्र, कॉरपोरेट लूट, वन पट्टा और गुमला जिले में 1982 के भूमि सर्वे में हुई गड़बड़ियों जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे।
आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा
15 दिसंबर: भूमि कन्वेंशन, रांची
16 दिसंबर: युवा किसान कन्वेंशन
5 दिसंबर से 5 जनवरी तक: धान क्रय केंद्रों के समक्ष एमएसपी पर खरीद की मांग को लेकर “डेरा डालो आंदोलन”
19 जनवरी: किसान-मजदूर एकता दिवस (प्रखंड स्तर पर आयोजन)
21 से 24 नवंबर: सिसई, भरनो, बसिया में प्रखंड सम्मेलन
29 दिसंबर: जिला किसान सम्मेलन, भरनो
बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय स्तर पर किसान मुद्दों को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा, ताकि ग्रामीण किसानों की आवाज सीधे प्रशासन तक पहुंच सके। बैठक में प्रमुख रूप से शंकर उरांव, आयता उरांव, छुरियां उरांव, अनिल उरांव, अवतार किडो, मिला कुजुर, राजकमल उरांव, लखवा उरांव, अनिता देवी, बिरसा उरांव, बिरसमनी देवी, बलदेव उरांव और गंदूर उरांव उपस्थित थे।
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