
रांची: रविवार को तीन दिवसीय स्वर्णरेखा महोत्सव की भव्य शुरुआत नगड़ी में हुई. कार्यक्रम का शुभारंभ झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. एस.एन. पाठक ने मुख्य अतिथि के रूप में किया. इस अवसर पर स्वर्णरेखा नदी के उद्गम स्थल रानीचुआं में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण हुआ, जिसे न्यायाधीश डॉ. पाठक और जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने संयुक्त रूप से किया.
स्वर्णरेखा नदी को बचाने का आह्वान
कार्यक्रम में सरयू राय ने स्वर्णरेखा नदी को प्रदूषण मुक्त करने पर जोर देते हुए कहा कि नदी को औद्योगिक से अधिक नगरीय प्रदूषण का खतरा है. उन्होंने कहा कि नदी को पाँच भागों में विभाजित कर इसकी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. उन्होंने नगरीय नाला आधारित विकास नीति को अनिवार्य बताया और कहा कि स्वर्णरेखा महोत्सव का उद्देश्य नदी के संरक्षण के प्रति जनजागरूकता फैलाना है.
युवाओं की भूमिका पर विचार: न्यायमूर्ति पाठक
झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. एस.एन. पाठक ने युवाओं को नदियों और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “युवाओं को केवल आंदोलन करने तक सीमित नहीं रहना चाहिए. उन्हें अपने कर्तव्यों को निभाकर जलस्रोतों और पर्यावरण की रक्षा करनी होगी. स्वामी विवेकानंद केवल शिक्षा और संस्कृति के प्रचारक नहीं थे, बल्कि मानवता की उन्नति के प्रतीक थे. युवाओं को अपनी सभ्यता और संस्कृति बचाने का संकल्प लेना चाहिए.”
नदियों की स्वच्छता: सभ्यता की बुनियाद
विशिष्ट अतिथि, सेवानिवृत्त डीआईजी संजय रंजन सिंह ने कहा कि नदियां मानव सभ्यता की जननी हैं. उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नदियों की रक्षा करें, क्योंकि नदियों के समाप्त होने से मानव सभ्यता का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा.
युवा दिवस पर स्वर्णरेखा महोत्सव का आरंभ
12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर युवा दिवस मनाया गया. इस दिन स्वर्णरेखा महोत्सव के मुख्य अतिथि डॉ. एस.एन. पाठक और विधायक सरयू राय ने रानीचुआं-नगड़ी में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया. प्रतिमा अनावरण के बाद जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया गया.
महिला सशक्तिकरण और जनभागीदारी
कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्या पूनम देवी, उप प्रमुख विद्या रानी, और युगांतर भारती के अध्यक्ष अंशुल शरण सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. आयोजन के दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और महोत्सव को सफल बनाया.
सफल आयोजन में विशेष योगदान
स्वर्णरेखा महोत्सव के संयोजक तपेश्वर केशरी ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई. कार्यक्रम का संचालन हेमंत केशरी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन बजरंग महतो ने दिया. इस दौरान केदार महतो, धर्मेंद्र तिवारी, सत्यनारायण महतो, पी.एन. सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
इसे भी पढ़ें: Ghatsila: वार्षिक मिलन समारोह में स्वर्णरेखा के तट पर गूँजा सामूहिक सूर्य नमस्कार का मंत्र