
पश्चिम सिंहभूम: झारखंड मजदूर संघर्ष संघ और गुवा खदान प्रबंधन के बीच एक सकारात्मक वार्ता के बाद गुवा क्षेत्र में प्रस्तावित आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. यह वार्ता संघ के केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडेय के नेतृत्व में गुवा खदान के सीजीएम कमल भास्कर और महाप्रबंधक (पीएंडए) प्रवीण सिंह के साथ सम्पन्न हुई.
समान वेतन पर ठोस पहल, 250 नामों की सूची भेजी गई
संघ अध्यक्ष रामा पांडेय ने जानकारी दी कि “समान काम के लिए समान वेतन” की मांग पर अब ठोस कदम उठाया गया है. इस बाबत लगभग 250 ठेका कर्मियों की सूची बीएसएल बोकारो को भेजी जा चुकी है, और प्रक्रिया प्रगति पर है.
अफवाहों का खंडन, मजदूरी कटौती की बात निराधार
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ड्यूटी से अनुपस्थित ठेका मजदूरों की मजदूरी काटने की अफवाहें निराधार हैं. प्रबंधन ने ऐसी किसी कार्रवाई से इनकार किया है.गुवा व किरीबुरु अस्पतालों में ब्लड बैंक की तकनीकी समस्याओं को शीघ्र दूर कर सेवाएं पुनः शुरू की जाएंगी. क्षेत्र में एक नई एंबुलेंस की व्यवस्था भी जल्द की जाएगी.
महिलाओं और खिलाड़ियों को रोजगार में प्राथमिकता देने की मांग
संघ ने खदान क्षेत्र में महिलाओं और स्थानीय खिलाड़ियों को रोजगार में जोड़ने तथा महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने की मांग रखी. प्रबंधन ने इस पर सकारात्मक रुख दिखाया है.
गुवा डीएवी स्कूल में वर्षों से पदस्थ शिक्षकों के स्थानांतरण और निजी शिक्षकों की नियुक्ति-सुविधा वृद्धि की मांग को भी प्रबंधन के समक्ष रखा गया है. इस पर विचार का आश्वासन दिया गया.
आवास, सामुदायिक भवन और चिकित्सा सुविधाएं विस्तार की ओर
गुवा टाउनशिप में 50 नए आवास निर्माणाधीन हैं. संख्या और बढ़ाई जाएगी. एक नया सामुदायिक भवन भी बनेगा. अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति और डीजी सेट की व्यवस्था की जा रही है.
कर्मचारियों की पुरानी समस्याओं का होगा समाधान
खदान कैंटीन में डीजी लाइट जल्द जोड़ी जाएगी. वर्षों से लंबित ड्रेस वितरण, डाउन ग्रेड मामलों का समाधान और शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.संघ द्वारा स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने की मांग पर प्रबंधन ने सहमति जताई है. यह प्रक्रिया चरणबद्ध रूप में लागू की जाएगी.कोलकाता स्थित बंद सेल गेस्ट हाउस को फिर से चालू करने की दिशा में भी पहल होगी, जिससे कर्मचारियों और उनके परिजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी.
संघर्ष की एकजुट आवाज
इस वार्ता में रामा पांडेय के साथ अंतर्यामी महाकुड़, रजेश यादव, सिकंदर पान, केदार ठाकुर, नूतन सुंडी, चंद्रिका खंडाईत, सीमा पुरती और आरती होरो जैसे सदस्य शामिल रहे. सभी ने मिलकर मजदूरों और बेरोजगारों की समस्याओं को जोरदार ढंग से उठाया.
यह संवाद भविष्य की श्रमिक-नीतियों की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है. अब देखने वाली बात यह है कि इन आश्वासनों को धरातल पर कब और कैसे उतारा जाता है.
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