
चाईबासा: झारखंड शिक्षा परियोजना के अंतर्गत ‘स्कूल रुआर 2025’ अभियान को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने की.
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा, अपर उपायुक्त प्रवीण केरकेट्टा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी संदीप अनुराग टोपनो, जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
दीप प्रज्वलन और पौधारोपण से हुआ शुभारंभ
कार्यशाला की शुरुआत अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत से हुई. इसके बाद दीप प्रज्वलन कर एकदिवसीय कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन किया गया. इस दौरान ‘शिक्षा रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो विद्यालय छोड़ चुके बच्चों को पुनः स्कूल से जोड़ने हेतु जागरूकता फैलाएगा.
उपायुक्त ने स्पष्ट किया लक्ष्य
उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा जीवन का मूल आधार है, जो व्यक्ति को कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य हर बच्चे को स्कूल से जोड़ना है, विशेष रूप से उन बच्चों को जो किसी कारणवश विद्यालय छोड़ चुके हैं.
उन्होंने निर्देश दिया कि 10 मई 2025 तक सभी ड्रॉपआउट बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए ठोस रणनीति बनाई जाए. साथ ही नामांकन के बाद बच्चों के लगातार विद्यालय में बने रहने के लिए सकारात्मक वातावरण सुनिश्चित करने पर भी ज़ोर दिया.
समन्वय से मिलेगी सफलता
उप विकास आयुक्त ने ज़ोर दिया कि समाज कल्याण और शिक्षा विभाग मिलकर काम करें ताकि जिले के सभी बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया जा सके. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों को प्रेरित करने की आवश्यकता बताई, जिससे वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए जागरूक रहें.
प्रखंड स्तर पर भी होंगे आयोजन
कार्यक्रम में बताया गया कि प्रखंड स्तर पर भी कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनकी अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी करेंगे. इनमें प्रखंड स्तरीय अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, विद्यालय प्रधानाध्यापक, संकुल साधन सेवी भी भाग लेंगे.
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