
जमशेदपुर: सावन की अंतिम सोमवारी पर जमशेदपुर एक बार फिर शिवभक्ति में डूब गया। बागबेड़ा बड़ौदा घाट से शीतला माता मंदिर, गड़ाबासा स्थित चिंताहरण महादेव मंदिर तक भव्य कांवड़ यात्रा निकाली गई। इसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और गंगा जल से शिवलिंग का जलाभिषेक किया। लाल-पीले वस्त्रों में सजे, “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंजते शिवभक्तों ने पूरे मार्ग को भक्तिमय बना दिया। महिला-पुरुष, युवा और बुजुर्गों ने उत्साह से कांवड़ यात्रा में भाग लिया।
चिंताहरण महादेव मंदिर में सभी कांवरियों ने कतार में खड़े होकर बाबा भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित किया। इसके बाद मंदिर परिसर में शरबत और केला प्रसाद का वितरण किया गया। कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तों ने भगवान शिव के गीतों पर थिरकते हुए उत्साह से भरपूर माहौल बनाया। ‘बम-बम भोले’ के नारों से पूरा रास्ता गूंजता रहा।
इस आयोजन में पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, ज़िला परिषद सदस्य कविता परमार, समाजसेवी शिवशंकर सिंह, कमलेश दुबे, मृत्युंजय सिंह, संतोष सिंह, अरुप मल्लिक, महेश सिंह, आनंदी ओझा, दीपक मल्लिक, संगीता कुमारी, नीलू सिंह समेत अन्य लोग श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहे। मंदिर समिति के संयोजक कन्हैया सिंह ने बताया कि बाबा चिंताहरण की महिमा से लोगों की आस्था लगातार बढ़ रही है। समिति ने समर्पण और सहयोग की भावना के साथ इस परंपरा को जीवंत बनाए रखा है।
सुनील पंडित, हेमंत प्रसाद, विशाल कुमार, विनय शर्मा, प्रवीण प्रसाद, संजय करुआ, रामजी शर्मा, उद्यो माधो, पप्पू प्रसाद, रवि, छटू लाल सहित कई सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।
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