
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम में अवैध अफीम की खेती होने की सूचना से संबंधित पंचायती राज विभाग द्वारा प्राप्त पत्र के आलोक में मतकमहातु स्थित पेचायत भवन में मुखिया जुलियाना देवगम की अध्यक्षता में शनिवार को ग्रामीण एवं प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों के साथ विशेष बैठक की गई. बैठक में कहा गया कि अफीम की खेती न केवल समाज के लिए क्षतिकारक है बल्कि देश की सुरक्षा एवं राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी कुप्रभावित करता है. कहा गया कि युवा वर्ग इसके नशे के चपेट में आने लगे हैं, जिनके कंधे पर देश की विकास की गति बढ़ाने की अहम जिम्मेदारी है.
इसे भी पढ़ेः Chaibasa: रेलवे के पूर्व चीफ मैकेनिकल इंजीनियर ने बच्चों को 30 उपयोगी पुस्तकें दान किया
ऐसे में हमारे क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास किया जाना चाहिए. ताकि समाज को खतरनाक नशे से दूर रखा जा सके. अपने क्षेत्र में यदि कहीं अफीम की खेती की जानकारी मिले तो जागरूक नागरिक का परिचय देते हुए शिकायत दर्ज करें. बैठक में नरसंडा पंचायत मुखिया श्रीराम सुंडी,प्रधान लिपिक शुभम लिपिक,बीपीआरओ महेंद्र गोप, पंचायत सचिव ज्योति किरण सोरेंग,सुरेश हेस्सा,रमेश लोहार,बासुदेव कुमार,मोहन दास,लक्ष्मी मछुवा,अरुण महतो, अविनाश ठाकुर,विकास दास,अर्जुन गोप,अभय चंद्र देवगम और सुरजा देवगम उपस्थित थे.