
देवघर: देवघर के मोहनपुर प्रखंड स्थित चौपा जंगल में साइबर ठगों ने ठगी का अड्डा बना रखा था. साइबर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर वहां छापेमारी कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से पांच मोबाइल फोन और सात सिम कार्ड बरामद किए गए हैं. जिनमें से तीन सिम कार्ड पर पूर्व से प्रतिबिंब एप के माध्यम से शिकायत दर्ज थी.
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं
गिरफ्तार आरोपियों में पप्पू दास (पथरड्डा), मो. बाबर, लालबाबू अंसारी, नजरुल अंसारी (तीनों कुरुवा, सोनारायठाढ़ी), और शैलेंद्र मंडल (भिखोडीह, सोनारायठाढ़ी) शामिल हैं.
डीआईजी को मिली थी गुप्त सूचना
देवघर के एसपी सह डीआईजी अजीत पीटर डुंगडुंग को जब इस साइबर गिरोह की सूचना मिली, तो इंस्पेक्टर एच. झा और दारोगा खुर्शीद आलम के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर छापेमारी की गई. पुलिस को यह महत्वपूर्ण सफलता इसी कार्रवाई में मिली.
ठगी के तीन तरीके, योजनाओं को बनाया निशाना
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये साइबर अपराधी तीन अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठगते थे.
पीएम किसान योजना के लाभुकों को फर्जी लिंक भेजकर उनके बैंक विवरण हासिल कर ठगी करते थे.
फोन-पे और पेटीएम कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैशबैक का लालच देकर धोखा देते थे.
एयरटेल पेमेंट बैंक के कर्मचारी बनकर ‘एयरटेल थैंक्स’ एप के जरिए उपभोक्ताओं को कार्ड बंद होने और चालू कराने का झांसा देकर ठगी करते थे.
देवघर में क्यों बढ़ रही है साइबर ठगी?
देवघर जिला साइबर अपराध की घटनाओं को लेकर लगातार चर्चा में रहा है. पिछले वर्ष पूरे देश में सबसे अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी इसी जिले से हुई थी. वहीं, इस वर्ष अब तक 300 से अधिक साइबर ठग पकड़े जा चुके हैं.
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