
जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के सीसीडीसी और प्रसिद्ध मैथिली साहित्यकार डॉ. रवीन्द्र कुमार चौधरी को नेपाल के जनकपुरधाम में आयोजित समारोह में “राजेश्वर नेपाली मैथिली साहित्य सम्मान” से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें साहित्य के क्षेत्र में लंबे समय से किए गए योगदान के लिए दिया गया।
मैथिली साहित्यकार सभा, नेपाल की ओर से आयोजित 14वें वार्षिक समारोह में यह सम्मान उन्हें प्रदान किया गया। समारोह में नेपाल और भारत के कई वरिष्ठ साहित्यकार मौजूद रहे।
डॉ. चौधरी अब तक एक दर्जन से ज्यादा मैथिली किताबें लिख चुके हैं। उनकी कृति समकालीन मैथिली लेखक कोश भारत और नेपाल दोनों जगह चर्चित रही है। फिलहाल वे मैथिली लघुकथाओं के संकलन पुस्तक प्रकाशन पर काम कर रहे हैं।
इससे पहले भी उन्हें मिथिला रत्न, झारखंड मैथिल रत्न, मिथिला भूषण, राष्ट्रीय साहित्य शिरोमणि और मान इंटरनेशनल अवार्ड जैसे बड़े सम्मान मिल चुके हैं।
डॉ. चौधरी को यह सम्मान मिलने पर कोल्हान विश्वविद्यालय परिवार के कुलानुशासक डॉ. राजेन्द्र भारती, प्रवक्ता डॉ. ए.के. झा, वित्त पदाधिकारी डॉ. बी.के. सिंह, खेल पदाधिकारी डॉ. एम.एन. सिंह, मैथिली साहित्यकार डॉ. अशोक अविचल, शिव कुमार टिल्लू सहित विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य और साहित्य प्रेमियों ने बधाई दी।
नेपाल से भी मैथिली साहित्यकार सभा के सभापाल अरविंद कुमार यादव, संयोजक प्रेम विदेह ललन, मिथिला विकास कोष के अध्यक्ष जीवनाथ चौधरी, अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद नेपाल के अध्यक्ष राम रिझन यादव और डॉ. राजेन्द्र विमल समेत कई साहित्यकारों ने शुभकामनाएं भेजीं।
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