Chaibasa: कोल्हन विश्वविद्यालय में सुधार की दिशा में पूर्व मुख्यमंत्री ने उठाए अहम मुद्दे, कुलपति से मुलाकात

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चाईबासा: आज, 25 अप्रैल 2025 को, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता मधु कोड़ा ने कोल्हन विश्वविद्यालय, चाईबासा के कुलपति से शिष्टाचार मुलाकात की. इस बैठक के दौरान विश्वविद्यालय से संबंधित विभिन्न छात्रहित के मुद्दों पर गहन चर्चा की गई. इस वार्ता में विश्वविद्यालय के छात्र पीपुन बारीक, शिवशंकर बेहरा, हरिकृष्णा नायक, शिवम् चित्रकार समेत अन्य छात्र भी उपस्थित रहे.

छात्रहित के मुद्दों पर हुई चर्चा
भेंटवार्ता के दौरान, कोड़ा ने विश्वविद्यालय से संबंधित सौंपे गए ज्ञापन पर चर्चा की, जिसमें प्रमुख समस्याओं का उल्लेख था. इन समस्याओं को लेकर विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर वार्ता की गई:
1. B.Ed छात्रों की स्नातक परीक्षा: विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी B.Ed कॉलेजों (2017-20, 2018-21 और 2019-22 सत्र) के छात्रों की स्नातक स्तरीय परीक्षा अब तक आयोजित नहीं हो पाई है, जिससे छात्रों का भविष्य अधर में है. श्री कोड़ा ने इस पर विशेष परीक्षा आयोजित कर नए अंकपत्र उपलब्ध कराने की मांग की.

2. NEPERS पेपर प्रणाली में समस्या: B.Ed पाठ्यक्रम में 2015 से लागू NEPERS पेपर प्रणाली में एक पेपर की लगातार अनुपलब्धता से छात्र प्रभावित हो रहे हैं. इसे शीघ्र हल करने का आग्रह किया गया.

3. पीजी परीक्षा परिणाम: विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा का परिणाम अब तक जारी नहीं किया गया है, जिससे छात्रों को अगले वर्गों में नामांकन में कठिनाई हो रही है.

4. उत्तरपुस्तिका जांच और परिणाम में देरी: कोल्हन विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिका जांच और परिणाम में अनावश्यक देरी से छात्रों में असमंजस की स्थिति है. कोड़ा ने इसे शीघ्र प्रकाशित करने की आवश्यकता जताई.

5. क्षेत्रीय भाषाओं का पाठ्यक्रम: सभी कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषाओं – संथाली, हो, कुड़ुख, कुरमाली, उड़िया और बांग्ला के लिए अलग-अलग विभागों का गठन कर नियमित पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. यह क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आवश्यक है.

6. कर्मियों का लंबित मानदेय: कुछ कॉलेजों में कंप्यूटर ऑपरेटर और सुरक्षा कर्मियों का 10 महीने से मानदेय लंबित है, जिससे वे आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं. इसे शीघ्र जारी किया जाए.

7. अनुबंधित शिक्षकों का नवीनीकरण: अनुबंधित शिक्षकों के नवीनीकरण की प्रक्रिया लम्बित होने से शिक्षकों और छात्रों दोनों को समस्या हो रही है. इस पर शीघ्र कार्रवाई की जाए.

8. अनुदान की कमी: कई कॉलेजों को 10 महीने से अनुदान प्राप्त नहीं हुआ है, जिसके कारण विकास कार्य ठप पड़े हैं. इसे शीघ्र मंजूरी दी जाए.

9. JPSC शिक्षक वेतन वृद्धि: JPSC द्वारा नियुक्त शिक्षकों का पिछले 4 वर्षों से वेतन नहीं बढ़ाया गया है. कोड़ा ने इसे शीघ्र बढ़ाकर लागू करने की मांग की.

कोल्हन विश्वविद्यालय में रिक्त पदों की बहाली
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कोल्हन विश्वविद्यालय के अंतर्गत सभी कॉलेजों में रिक्त प्रोफेसर-लेक्चरर और कॉलेज कर्मियों की बहाली शीघ्र करने की बात रखी. उनका मानना था कि इससे पठन-पाठन कार्य सुचारू रूप से चल सकेगा.

कुलपति से आश्वासन
कुलपति ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि छात्रहित से जुड़ी सभी वाजिब मांगों पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी.यह वार्ता विश्वविद्यालय में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक अहम कदम थी, जिससे छात्रहित में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं.

 

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