
जादूगोड़ा: झारखंड आंदोलन के महानायक और झामुमो के संस्थापक दिवंगत शिबू सोरेन को लेकर पोटका क्षेत्र में गहरा शोक है। जादूगोड़ा के पास स्थित बालीजुड़ी गांव, जिसे झामुमो का गढ़ माना जाता है, वहां उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। गांव के लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से दिवंगत नेता की आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की।
इस मौके पर झामुमो नेता सीताराम हांसदा ने कहा “गुरुजी ने हमेशा एकता, शिक्षा और शराबबंदी के पक्ष में आवाज उठाई। आदिवासियों ने आज अपना मार्गदर्शक खो दिया है। अब कोई भी उनकी जगह नहीं ले सकता, लेकिन उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प हम कार्यकर्ता लेते हैं।”
अनिल मुर्मू ने भी कहा कि शिबू सोरेन का आदिवासी समाज पर अमिट प्रभाव रहा है और उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाना अब हम सबकी जिम्मेदारी है।
शोक सभा में ग्रामीणों की भारी भागीदारी
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। प्रमुख रूप से शामिल थे:
सोहदा पंचायत की मुखिया विदेन सरदार, झारखंड आंदोलनकारी मेघराय हांसदा, शिबू राम सोरेन, भोला नाथ सरदार, दिलीप बेसरा (शिक्षक), अनिल मुर्मू, रघुनाथ हांसदा, आनंद सरदार, रामेश्वर सरदार, परमेश्वर सरदार, शुरू भक्त, फूदन मुर्मू
सभी ने एक स्वर में गुरुजी को सच्चा जननायक बताते हुए कहा कि उनका जीवन आदिवासी समाज को संगठित और सशक्त करने के लिए समर्पित था।