
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने सोमवार को बागबेड़ा ग्रामीण वृहत जलापूर्ति योजना का स्थलीय निरीक्षण किया.
दोपहर 12 बजे वे खरकाई नदी के बड़ौदा घाट पहुंचे जहां नदी पार पाइपलाइन बिछाने की प्रक्रिया का आकलन किया गया.
निरीक्षण के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि नदी के भीतर पिलर और बेरिंग का निर्माण तो पूरा कर लिया गया है, लेकिन मुख्य पाइपलाइन अब तक अधिष्ठापित नहीं की गई है.
इस पर उपस्थित कनिष्ठ अभियंता शिवानंद बेदिया से दुबे ने विस्तार से जानकारी मांगी.
“एक माह में आंशिक जल आपूर्ति” का वादा सिर्फ कागजों में?
दुबे ने याद दिलाया कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कुछ दिन पहले पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, आदित्यपुर कार्यालय में कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार से मुलाकात की थी.
तब उन्होंने आश्वासन दिया था कि एक माह में आंशिक तथा दो माह में पूर्ण जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी.
मौके पर कार्य की धीमी प्रगति देखकर दुबे ने गहरी नाराजगी जताई और कहा, “यह कार्य जिस गति से चल रहा है, उसमें दो महीने में जल आपूर्ति संभव नहीं दिख रही. यह जनहित का गंभीर विषय है.”
कुसुम घाट पर मिलीं गंभीर तकनीकी खामियां
दौरे के क्रम में जिला अध्यक्ष कुसुम घाट भी पहुंचे, जहां पाइपलाइन की जमीन के भीतर अधिष्ठापन प्रक्रिया चल रही थी.
यहां निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पाइपलाइन मात्र 500 मिमी की गहराई में डाली जा रही है और उसके नीचे किसी प्रकार की सुरक्षा सामग्री नहीं रखी गई है.
दुबे ने तत्काल मोबाइल से कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार से बात की और कहा कि इस तरह की निर्माण पद्धति भविष्य में पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने की आशंका को जन्म देती है.
इस पर कार्यपालक अभियंता ने माना कि कार्य में चूक हुई है और आश्वासन दिया कि वे अविलंब सुधारात्मक कार्रवाई करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि बालू भराव के बिना अधिष्ठापन मापदंडों के अनुरूप नहीं है.
उपकरणों की अनुपस्थिति से सीधापन प्रभावित
दुबे ने यह भी कहा कि स्थल पर लेवलिंग और माप के उपकरण नहीं रखे गए हैं. ऐसे में पाइपलाइन को सीधा और समतल स्थापित करना संभव नहीं.
उन्होंने इस आपत्ति को गंभीरता से दर्ज कराया, जिस पर अभियंता ने संवेदक को निर्देश देने की बात कही.
मंत्री से मिलकर वस्तुस्थिति साझा करेंगे
दुबे ने चेताया कि यदि कार्य की गति और गुणवत्ता में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे तीन दिनों के भीतर विभागीय मंत्री से मुलाकात कर वस्तुस्थिति अवगत कराएंगे.
उन्होंने कहा कि बागबेड़ा की 21 पंचायतों में घनी आबादी निवास करती है. यदि समयसीमा में जल आपूर्ति शुरू नहीं हुई, तो जनमानस को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ेगा.
दुबे ने दोहराया कि कांग्रेस हर हाल में इस योजना को समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराने के लिए प्रतिबद्ध है. यदि आवश्यक हुआ तो बड़ा जनांदोलन भी खड़ा किया जाएगा.
दौरे में शामिल रहे कई पदाधिकारी
निरीक्षण कार्यक्रम में कांग्रेस के अनेक नेता और पदाधिकारी शामिल हुए. इनमें प्रमुख रूप से
आशीष ठाकुर, राज नारायण यादव, मुन्ना मिश्रा, संजय सिंह आज़ाद, शफी अहमद खान, राजा ओझा, राजकुमार वर्मा, नलिनी सिन्हा, सीमा मोहती, रंजीत झा, कुमार गौरव, सुशील घोष, ओमप्रकाश, नारायण दे, रंजन सिंह और अनिरुद्ध कुमार पुरी प्रमुख थे.
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