
गोड्डा: गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे इन दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद लगातार सक्रिय बयान दे रहे हैं. सोमवार को उन्होंने एक बार फिर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि “कई लड़कियाँ गैरकानूनी तरीके से भारत में रह रही हैं और भारतीयों से विवाह कर रही हैं”, जो सुरक्षा के लिहाज से चिंता का विषय है. साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि “इस आतंकवाद से निपटने का रास्ता आखिर क्या हो?”
कांग्रेस को घेरा: “कांग्रेस और गजवा-ए-हिंद में क्या रिश्ता?”
मंगलवार को दुबे ने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर दो पोस्ट साझा करते हुए कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने एक वायरल पोस्टर का हवाला देते हुए लिखा: “सिर तन से जुदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांग्रेस वर्षों से करवाना चाहती है. अब कांग्रेस पार्टी यह स्पष्ट करे कि आतंकी संगठन ‘गजवा-ए-हिंद’ से उसका क्या संबंध है? क्या दोनों के ट्वीट एक ही व्यक्ति द्वारा किए जा रहे हैं?”
गौरतलब है कि कांग्रेस की ओर से किए गए एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी की एक पुरानी तस्वीर दिखाई गई है, जिसमें चेहरा और शरीर गायब हैं और सिर्फ कपड़े नज़र आ रहे हैं. उस पर ‘गायब’ शब्द लिखा गया है, जिस पर राजनीतिक घमासान छिड़ गया है.
“जल्द लहराएंगे तिरंगा मुजफ्फराबाद में”
निशिकांत दुबे ने अपने एक अन्य पोस्ट में पाकिस्तान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा: “पाकिस्तान 1955 से हमारे कश्मीर के कुछ हिस्से पर अवैध कब्जा मानता है. अब हम जल्द ही मुजफ्फराबाद में तिरंगा लहराएंगे.”यह बयान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का सीधा उल्लेख किए बिना दिया, परंतु उसमें आक्रामक भाव स्पष्ट झलक रहा था.
सिंधु जल समझौते पर नेहरू को घेरा, मोदी की नीति की प्रशंसा
दुबे ने हाल में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में लिए गए फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि सिंधु जल समझौते को रोकना मोदी सरकार का निर्णायक कदम है. उन्होंने लिखा: “1960 में नेहरू जी ने नोबेल पुरस्कार के मोह में हमारे नदियों का पानी पाकिस्तान को पिलाया. यह सांप को पानी पिलाने जैसा था. लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी ने दाना-पानी बंद कर दिया है. बिना पानी के पाकिस्तानी तड़प-तड़प कर मरेंगे.”
उन्होंने आगे कहा: “हम सनातनी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. हुक्का-पानी, दाना-पानी सब बंद. अब कोई नरमी नहीं होगी.”
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