
देवघर: देवघर के विलियम्स टाउन स्थित चित्रकूट प्रांगण (पूर्व आईजी केडी सिंह के आवास) में शुक्रवार से नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा का शुभारंभ हुआ. संगीतमय कथा का आयोजन राम कथा आयोजन समिति द्वारा किया गया है. पहले दिन प्रवचनकर्ता कपिल भाई ने भावपूर्ण शैली में शिव-पार्वती विवाह प्रसंग का रसपूर्ण वर्णन किया.
पार्वती की तपस्या से लेकर शिवगणों के श्रृंगार तक का विस्तार
कपिल भाई ने राम नाम, सती प्रसंग, पार्वती के अवतरण, उनकी कठोर तपस्या, कामदेव के भस्म होने तथा भगवान शिव की स्वीकृति के उपरांत विवाह की पूरी श्रृंखला को सरस ढंग से प्रस्तुत किया.
उन्होंने बताया कि पार्वती की माता ममना जब शिव के विकट वेष को देखकर दूल्हे का परिछन करने जाती हैं तो भयभीत हो जाती हैं और देवर्षि नारद पर क्रोधित होती हैं. लेकिन बाद में नारद मुनि के कथन की गहराई सबको समझ आती है, जब पार्वती का विवाह स्वयं अविनाशी महादेव से संपन्न होता है.
श्रोताओं में भक्ति और श्रद्धा का संचार
कथा में शिवगणों द्वारा शिव के श्रृंगार, विवाह की शोभायात्रा और देवी पार्वती की अद्वितीय भक्ति की महिमा को विस्तृत रूप में प्रस्तुत किया गया, जिससे उपस्थित श्रद्धालु भक्तिभाव में डूबे रहे.
व्यवस्था में जुटे आयोजन समिति के सदस्य
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष आर.पी.एम. पुरी, कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, महामंत्री अंजनी कुमार मिश्रा, संयोजक योगेंद्र नारायण सिंह समेत समिति के सभी सक्रिय सदस्य उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की व्यवस्था में सचिन पंकज सिंह भदौरिया, उमेश प्रसाद सिंह, कृष्णकांत मालवीय, संतोष कुमार, डॉ. नागेश्वर शर्मा, अवध बिहारी प्रसाद, सुनील कुमार ठाकुर, इंद्रानंद सिंह, श्यामदेव राय, गिरिश प्रसाद सिंह, रीता चौरसिया, ओपी मिश्रा, दिलीप श्रीवास्तव, भुनेश्वर प्रसाद सिंह, जयजयराम सिंह, सियाराम, सखीचंद प्रसाद सिंह, कामानंद सिंह, राम श्रृंगार पांडेय, शंभु प्रसाद वर्मा, आशीष वाजपेयी, अर्जुन प्रसाद सिंह, शिव नंदन सिंह, शशिकांत झा, राधाकांत झा, निशा सिंह, रूबी द्वारी, संध्या, विजया सिंह, अरुण झा, अंबिका प्रसाद सिंह, अलका सोनी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.
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