
रांची: झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर समन्वय समिति का राज्यस्तरीय अधिवेशन सह सम्मान समारोह सेंट जॉन्स उच्च विद्यालय रांची में सम्पन्न हुआ. इस आयोजन में राज्य के कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार प्रस्तुत किए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार बिगड़े हुए कामों को सुधारने का प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि पिछली सरकारों से जो उम्मीदें पूरी नहीं हो पाईं, उन्हें इस सरकार ने आगे बढ़ने की दिशा दी है.
अल्पसंख्यक स्कूलों की समस्याओं का समाधान होगा
चमरा लिंडा ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को हल करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के 843 प्राथमिक और 134 मध्य विद्यालयों के शिक्षकों की समस्याएं अब पहले के मुकाबले कम हुई हैं, लेकिन संघर्ष जारी रखना होगा. मुख्यमंत्री की मैया सम्मान योजना का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक विद्यालयों के अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति की बालिकाओं को सरकारी विद्यालयों की तर्ज पर साइकिल और पोशाक वितरण की योजना पाइपलाइन में है.
विधायकों और बिशप ने भी दी समर्थन की बात
सम्मेलन में विधायक रामचंद्र सिंह, राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगाड़ी, जिग्गा सुसारन होरो, सुदीप गुड़िया, भूषण बाड़ा, और बिशप आनंद जोजो ने भी अपना संबोधन दिया. उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे अल्पसंख्यक स्कूलों के प्रबंधन और शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए समेकित प्रयास करेंगे.
झारखंड सरकार की ओल्डी पेंशन योजना पर आभार
झारखंड अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष फादर फ्लोरेंस कुजूर एस जे ने ओल्डी पेंशन स्कीम लागू करने पर हेमंत सोरेन सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया. इसके अलावा, उन्होंने राज्य के शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए पांच सूत्री मांग पत्र कल्याण मंत्री को सौंपा. इस पत्र में झारखंड अल्पसंख्यक प्राथमिक विद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव निरंजन कुमार संडील और बिशप ने भी अपनी मांगें रखीं.
सम्मेलन का महत्व और सहभागी लोग
इस सम्मेलन की खास बात यह रही कि इसमें प्रबंधन समिति, शिक्षक संघ और सरकार तीनों एक मंच पर थे और उनके सुर समाधान की दिशा में थे. सम्मेलन में झारखंड के 24 जिलों से लगभग साढ़े चार हजार शिक्षक, शिक्षिका और शिक्षकेत्तर कर्मी शामिल हुए.
सफल आयोजन की भूमिका
इस सम्मेलन के सफल आयोजन में कार्यालय सचिव रमेश कुमार सिंह, विनोद टोप्पो और रांची जिला टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके साथ ही पूर्वी सिंहभूम जिला से प्रदेश स्तरीय नेता प्रभात कुमार सिंह, बसंत कुमार मिश्रा, शशि भूषण दुबे, नागेंद्र कुमार, कुलविंदर सिंह और सैकड़ों शिक्षक रांची गए और इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया.
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