
सरायकेला: सरायकेला जिला अंतर्गत नीमडीह थाना क्षेत्र के झिमड़ी गांव में कथित लव जिहाद के मामले में जेल भेजे गए ग्रामीणों को तीन माह बाद रिहा कर दिया गया है। जैसे ही ये ग्रामीण सरायकेला मंडल कारा से बाहर निकले, भाजयुमो जिला मंत्री आकाश महतो और अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका पुष्प माला और भगवा वस्त्र से स्वागत किया।
क्या है झिमड़ी कांड?
घटना 26 अप्रैल 2025 की है, जब तस्लीम अंसारी नामक व्यक्ति पर आरोप लगा कि उसने एक हिंदू युवती को बहला-फुसलाकर जबरन धर्म परिवर्तन करवाया और फर्जी तरीके से निकाह कर लिया। परिजनों को धमकाने का भी आरोप है।
इस घटना से गांव में आक्रोश फैल गया और स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। आरोप है कि प्रशासन ने विरोध कर रहे ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया और कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया।
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रिहा हुए ये ग्रामीण
जेल से रिहा हुए ग्रामीणों में सुधीर कर्मकार, जयचंद कुमार, वासुदेव महतो, सरस्वती कुम्हार, पारु देवी, चित्त महतो, सुशीला महतो और सुशील मछुआ शामिल हैं। तीन महीनों तक जेल में रहने के बाद अब इन सभी की घर वापसी हुई है।
नेताओं को दिया गया धन्यवाद
रिहाई में सहयोग के लिए भाजयुमो जिला मंत्री आकाश महतो ने रांची लोकसभा के सांसद एवं रक्षा मंत्री संजय सेठ, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा का आभार जताया।
रिहाई के बाद सम्मान समारोह में मिथुन रूहीदास, अनिल सिंह सरदार, विदेश कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
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