
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर प्रखंड स्थित सेंट एंथोनी स्कूल की मेजबानी में 16 व 17 जुलाई 2025 को सीआईएससीई बोर्ड की दो दिवसीय जोनल खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन प्रारंभ हुआ है. पहले दिन बालिका वर्ग की प्रतियोगिताएं संपन्न हुईं, जबकि 17 जुलाई को बालक वर्ग की प्रतिस्पर्धाएं निर्धारित हैं.
प्रतियोगिता के पहले ही दिन तकनीकी अनियमितताओं को लेकर विवाद खड़ा हो गया. पूर्वी सिंहभूम जिला खो-खो संघ के उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्यों ने आयोजन समिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
उनका आरोप है कि प्रतियोगिता के तकनीकी संचालन के लिए ऐसे व्यक्तियों की सेवाएं ली जा रही हैं जो न केवल पूर्वी सिंहभूम जिले से बाहर के हैं, बल्कि अधिकांश सरायकेला-खरसावां जिले के जूनियर व सीनियर खिलाड़ी या अधिकारी हैं.
आयोजन में जिन तकनीकी अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, उनमें से कुछ को झारखंड राज्य खो-खो संघ द्वारा अनुशासनहीनता के आरोप में पहले ही निष्कासित किया जा चुका है. इसके बावजूद उन्हें प्रतियोगिता का संचालन सौंपा गया, जिससे खिलाड़ियों व कोचों में भी असंतोष देखा गया.
सीआईएससीई बोर्ड द्वारा यह स्पष्ट नियम है कि किसी भी जोनल प्रतियोगिता में तकनीकी सहयोग व संचालन के लिए संबंधित जिले की अधिकृत खो-खो संघ को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. बावजूद इसके, मेजबान विद्यालय ने पूर्वी सिंहभूम जिला खो-खो संघ की पूरी तरह से उपेक्षा करते हुए आयोजन की जिम्मेदारी बाहरी अधिकारियों को सौंप दी.
पूर्वी सिंहभूम जिला खो-खो संघ ने इसे नियमों का खुला उल्लंघन बताते हुए सख्त आपत्ति दर्ज कराई है. संघ ने निर्णय लिया है कि इस संबंध में सीआईएससीई जोनल खेल समन्वयक, संबंधित खेल पदाधिकारी व झारखंड राज्य खो-खो संघ को एक लिखित ज्ञापन सौंपा जाएगा. इसमें सरायकेला-खरसावां जिले के अनधिकृत हस्तक्षेप और आयोजन की पारदर्शिता पर सवालों को उठाया जाएगा.
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