
झाड़ग्राम: झाड़ग्राम शहर के कदमकानन लेवल क्रॉसिंग पर बार-बार लगने वाला ट्रैफिक जाम अब सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि जिंदगी और मौत का सवाल बन गया है। रविवार को इलाके के सैकड़ों लोगों ने सड़क पर उतर कर फ्लाईओवर या अंडरपास की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में 30 जुलाई को घटी एक हृदयविदारक घटना है। सांस लेने में तकलीफ होने पर डोलन घोष मंडल (37) को तड़के झाड़ग्राम मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था। लेकिन कदमकानन क्रॉसिंग पर गेट बंद होने से एंबुलेंस रुकी रही। परिवार के बार-बार आग्रह के बावजूद गेट नहीं खोला गया। डोलन की मौत रास्ते में ही हो गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे प्रशासन की यह उदासीनता और अमानवीयता है। रोजाना दर्जनों बार यह गेट बंद होता है, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चे, नौकरीपेशा लोग और आपात मरीज सब फंस जाते हैं। अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही फ्लाईओवर या अंडरपास की योजना नहीं बनी, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। लोगों ने यह भी मांग की कि डोलन घोष की मौत के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।
अब तक न रेलवे की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है, न ही स्थानीय प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया है। लोग पूछ रहे हैं – “क्या किसी और की जान जाने के बाद कुछ होगा?”
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