
नई दिल्ली: चीन के तियानजिन में हुए एससीओ समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात ने बड़ा संदेश दिया। दोनों नेताओं ने कहा कि भारत और चीन विकास के साझेदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं। मतभेदों को विवाद में बदलने से बचने और आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर साझा सहयोग की बात भी हुई। पीएम मोदी ने जिनपिंग को 2026 में भारत में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगातार टैरिफ का बोझ बढ़ाया है। पहले 25 फीसदी टैरिफ लगाया और अब रूस से तेल खरीद का हवाला देकर 25 फीसदी और जोड़ दिया। यह नया टैरिफ 27 अगस्त से लागू हो गया है। भारत को इससे कई सेक्टरों में नुकसान की आशंका है, हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन से बढ़ते संबंध और नए मार्केट की तलाश के चलते असर सीमित रहेगा।
ट्रंप के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने एक बार फिर भारत पर तीखा हमला बोला। फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा—
भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर उसे रिफाइन करता है और यूरोप, अफ्रीका व एशिया में बेचकर मुनाफा कमाता है।
इससे रूस की “युद्ध मशीन” मजबूत हो रही है और यूक्रेन युद्ध लंबा खिंच रहा है।
भारत को उन्होंने “क्रेमलिन की वॉशिंग मशीन” तक कह दिया।
नवारो ने आरोप लगाया कि यूक्रेन जंग से पहले भारत रूस से बहुत कम तेल खरीदता था, लेकिन अब यह आयात कई गुना बढ़ गया है।
यह पहला मौका नहीं है जब नवारो ने भारत पर निशाना साधा हो। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि अमेरिकी उपभोक्ता भारतीय सामान खरीदते हैं जबकि भारत हाई टैरिफ लगाकर अमेरिकी निर्यात रोकता है और इसी पैसे से रूस से सस्ता तेल खरीदता है।
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