
जमशेदपुर: उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई. बैठक में जिले के सभी प्रखंडों की शैक्षणिक प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई. उपायुक्त ने कहा कि विद्यालयों की आधारभूत व्यवस्था, शिक्षक-छात्र उपस्थिति, और शैक्षणिक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन बच्चों के समग्र विकास के लिए अनिवार्य है.
उपायुक्त ने सभी सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में ‘ई-विद्या वाहिनी’ पोर्टल पर शिक्षक व छात्र की प्रतिदिन की उपस्थिति अनिवार्य रूप से दर्ज करने के निर्देश दिए. किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा.
उन्होंने सभी विद्यालयों को ‘गुरुजी मोबाइल ऐप’ पर विषयवार विभाजित पाठ्यक्रम (Split Syllabus) अपलोड करने का निर्देश भी दिया, ताकि छात्रों को स्पष्ट अध्ययन मार्गदर्शन मिल सके.
पाठ्यपुस्तक और नोटबुक वितरण की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए उपायुक्त ने सभी बीईईओ को तय समयसीमा के भीतर शत-प्रतिशत छात्रों को सामग्री वितरण सुनिश्चित करने को कहा.
बैग वितरण में यदि किसी भी छात्र को वंचित पाया गया, तो संबंधित पदाधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी.
IFA टैबलेट वितरण की भी समीक्षा की गई और निर्देश दिया गया कि सभी योग्य छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से गोलियाँ प्रदान की जाएं.
बैठक में 18,000 बच्चों के बैंक खाते अब तक नहीं खुलने पर उपायुक्त ने असंतोष जताया. उन्होंने सभी बीईईओ और एलडीएम को आपसी समन्वय से शीघ्र खाता खोलने का निर्देश दिया. साथ ही लंबित आवेदनों की बैंकवार समीक्षा कर शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने को कहा.
उपायुक्त ने कहा कि मध्याह्न भोजन (MDM) में दी जा रही थाली पोषणयुक्त और विभागीय मेन्यू के अनुसार होनी चाहिए. भोजन की गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा. यदि शिकायत पाई गई तो उत्तरदायी पदाधिकारी पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
बैठक में विद्यालयों में अधूरी निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा भी की गई. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि बैलेंस वर्क के लिए शीघ्र एस्टीमेट तैयार कर अनुमोदन हेतु भेजा जाए.
साथ ही ड्रॉपआउट दर, लर्निंग आउटकम्स, कक्षा 1 से 10 तक के ट्रांजिशन रेट, टीचिंग-लर्निंग सामग्री की उपलब्धता, स्कूल मैनेजमेंट कमिटी (SMC) की सक्रियता जैसे बिंदुओं की भी समीक्षा की गई.
उपायुक्त ने ‘रेल परियोजना’ के अंतर्गत आयोजित शैक्षणिक गतिविधियों और परिणामों को ‘ई-विद्या वाहिनी’ पोर्टल पर अद्यतन करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम राज्य स्तर पर मॉनिटर हो रहा है, इसलिए किसी भी स्तर की लापरवाही अस्वीकार्य होगी.
इस समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय, एलडीएम संजीव चौधरी, सभी बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी और अन्य अधिकारी-कर्मी उपस्थित रहे.
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