
बोकारो: बोकारो में कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह को धारा 163 के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. वे बोकारो स्टील प्लांट के बाहर धरने पर बैठी थीं. यह धरना हाल ही में हुए लाठीचार्ज में विस्थापित युवक की मौत के विरोध में था. इसी घटना के बाद चास अनुमंडल क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी.
लाठीचार्ज और मौत के बाद बढ़ा आक्रोश
3 अप्रैल को बोकारो स्टील प्लांट के बाहर नियोजन की मांग कर रहे विस्थापितों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया था. इस दौरान एक युवक की मौत हो गई थी. दो दिन बाद भी प्लांट प्रबंधन और प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई, जिससे आक्रोश और बढ़ गया.
प्रशासन और प्रबंधन से बातचीत रही विफल
शुक्रवार देर रात विस्थापितों, प्रशासन, प्लांट प्रबंधन और जनप्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही. इसके बाद विधायक श्वेता सिंह धरने पर बैठ गईं. सूचना मिलते ही डीसी विजया जाधव और एसपी दल-बल के साथ पहुंचीं और श्वेता सिंह को हिरासत में लेकर सर्किट हाउस स्थित कैंप जेल भेजा गया.
“हम फिर लड़ेंगे और मरेंगे” – श्वेता सिंह का ऐलान
गिरफ्तारी से पहले विधायक ने कहा कि प्रशासन और स्टील प्लांट मिलकर विस्थापितों के आंदोलन को दबाना चाहते हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह लड़ाई रुकेगी नहीं. “हम फिर लड़ेंगे और मरेंगे. आंदोलन फिर शुरू होगा और विस्थापितों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा.”
स्टील प्लांट के महाप्रबंधक की गिरफ्तारी
लाठीचार्ज में युवक की मौत के बाद डीसी विजया जाधव के निर्देश पर बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक हरि मोहन झा को भी गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी इस्पात भवन के सामने सीआईएसएफ और विस्थापितों के बीच हुए हिंसक टकराव के लिए की गई.
बोकारो बंद के दौरान उपद्रव, आगजनी
शुक्रवार को आहूत ‘बोकारो बंद’ के दौरान प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप धारण कर लिया. कम से कम तीन बसों सहित पाँच वाहनों में आग लगा दी गई. कई अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई.
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