
पोटका: जादूगोड़ा-टाटा मुख्य मार्ग पर गोड़ाडीह के समीप स्वर्ण रेखा परियोजना के तहत बनी निर्माणाधीन पुलिया और उसके रास्तों की बदहाल स्थिति को लेकर पोटका के पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल से मिले और गंभीर स्थिति की लिखित शिकायत की।
निर्माणाधीन पुलिया बनी हादसों का केन्द्र
पूर्व पार्षद ने बताया कि इस पुलिया का निर्माण कुतुब मीनार जैसा ऊँचा और उसके दोनों तरफ के पंहुच पथ अधूरे और उबड़-खाबड़ हैं। खासतौर से नारवा की तरफ का रास्ता वर्षा के पानी की तेज धारा के कारण खाई बन चुका है, जो दिन-प्रतिदिन ध्वस्त होता जा रहा है। पुलिया के दोनों ओर रक्षक दीवारें न बनने से यह समस्या और बढ़ गई है।
गंभीर दुर्घटना का खतरा बना मार्ग
मंडल ने बताया कि हाल ही में इस पुलिया के पास एक टाटा मैजिक पलट गई, जिसमें सवार सभी यात्री घायल हो गए, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। यह सड़क न केवल छोटे वाहन बल्कि भारी बसें, लॉरियां, एंबुलेंस और टेम्पो जैसे भारी वाहन भी रोजाना चलाते हैं। ऐसे में यह मार्ग रोजाना जानलेवा होता जा रहा है।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर जताया रोष
करुणा मय मंडल ने कहा कि कई बार विभागीय लापरवाही और निर्माण कार्य में देरी को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह स्थिति यह दर्शाती है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासन जनता की जान की परवाह नहीं कर रहे हैं।
उपायुक्त ने की त्वरित कार्रवाई का आश्वासन
पूर्व पार्षद मंडल ने जिला उपायुक्त को यह चेतावनी दी कि वर्षा शुरू होने से पहले पुलिया के रास्तों का निर्माण पूरा न हुआ तो यह पूरी तरह ध्वस्त हो सकती है और आवागमन पूरी तरह ठप्प हो जाएगा। उपायुक्त अनन्य मित्तल ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिया।
इस मौके पर पूर्व पार्षद के साथ डॉ. सुंदर लाल दास, मुनीराम बास्के, गौर चंद्र मंडल और अमर दास समेत अन्य समाजसेवी भी उपस्थित थे।
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