
जमशेदपुर: उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर जिले में प्रत्येक गुरुवार को अंचल-सह-थाना दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस अभिनव पहल का उद्देश्य है — भूमि से संबंधित विवादों का त्वरित, पारदर्शी एवं न्यायसंगत समाधान, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में शांति, व्यवस्था और नागरिकों में प्रशासन पर भरोसा कायम रहे।
गुरुवार को आयोजित अंचल-सह-थाना दिवस के दौरान कुल 19 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 9 मामलों का निष्पादन स्थल पर ही आपसी सहमति से कर लिया गया। शेष 10 मामलों पर विधिसम्मत प्रक्रिया जारी है।
अब तक इस अभियान के तहत कुल 486 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 328 मामलों का निपटारा सफलतापूर्वक किया जा चुका है, जबकि 149 आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि जिला प्रशासन परिणामोन्मुख प्रयास कर रहा है।
अंचल-सह-थाना दिवस में अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी तथा राजस्व कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहते हैं। वे दस्तावेजों का सत्यापन, भूमि की भौतिक स्थिति का निरीक्षण तथा दोनों पक्षों की सुनवाई करते हैं। आवश्यक होने पर आपसी सहमति से निर्णय लिया जाता है, जिससे मामलों का स्थायी समाधान हो सके।
धालभूमगढ़ के अंचलाधिकारी समीर कच्छप ने बताया कि ग्राम छौईड़ा के सुकलाल हांसदा द्वारा दर्ज कराए गए विवाद में दूसरे पक्ष के साथ खेती को लेकर विवाद था। मौके पर दोनों पक्षों की सुनवाई की गई और आपसी समझौते के माध्यम से विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकाला गया। दोनों पक्षों ने समाधान पर संतोष और खुशी व्यक्त की।
क्या कहते हैं आंकड़े?
कुल प्राप्त आवेदन: 486
स्थल पर समाधान: 328
प्रक्रियाधीन मामले: 149
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