
घाटशिला : गर्मी के दस्तक देने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल संकट गहराने लगा है। गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र के बनकाटी पंचायत के जोजोगोड़ा गांव में लाखों रुपया से निर्माणाधीन सोलर जलमीनार एक वर्ष से खराब पड़ा हुआ है। गांव के 52 परिवारों के लिए लगाया गया चापाकल भी खराब हो कर बेकार पड़ा है।जलमीनार व चापाकल भी खराब होने से ग्रामीण पेयजल के लिए तरश रहे है, पर पंचायत प्रतिनिधि एवं प्रखंड अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं जा कहा है। जोजोगोड़ा गांव के ग्रामीण का पेयजल के लिए एक मात्र पोटला बांध ही सहारा बना हुआ है ।
जलमीनार की सुधी लेने वाला कोई नहीं
गांव के आबादी को देखते हुए कुछ घर के आंगन में जल कल योजना के तहत नल बैठाया गया है, एक जलमीनार एवं आठ चापानल लगाया गया है । लेकिन जिसमें से ज्यादातर जलमीनार एवं चापाकल एक वर्ष से खराब पड़ा हुआ है, इसकी सुधि लेने वाला भी कोई नहीं है। जलनल योजना भी बेकार साबित हो रहा है। गांव के लोग तालाब से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। आपको बता दें कि घाटशिला प्रखंड क्षेत्र के गालूडीह क्षेत्र के कई गांवों में लगाया गया अधिकतर जलमीनार एवं चापानल की स्थिति ठीक नहीं है, लाखों रुपये खर्च कर जलमीनार बनाया जाता है, पर खराब होने के बाद मरम्मत के अभाव में जलमीनार एवं चापानल बेकार हो जाता है। खराब पड़ा जलमीनार की सुधी ना ही अधिकारी लेते है और ना ही पंचायत प्रतिनिधि लेते है।
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